अगरतला/गुवाहाटी। नागरिकता (संशोधन) विधेयक (सीएबी) के खिलाफ त्रिपुरा में सभी जनजातीय आधारित क्षेत्रीय दलों, गैर-सरकारी संगठनों और छात्र संगठनों के महासंघ ज्वाइंट मूवमेंट अगेंस्ट सिटीजनशिप अमेंडेंट बिल (जेएमएसीएबी) के आह्वान पर अनिश्चितकालीन आंदोलन के तीसरे दिन भी जनजीवन बुरी तरह प्रभावित रहा।
आंदोलन के कारण पिछले तीन दिन से राजधानी अगरतला पहुंचने और यहां रवाना होने वाली ट्रेनों के संचालन के साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग समेत सभी प्रमुख मार्गों पर यातायात बंद है। स्कूल, कालेज और विश्वविद्यालयों की सभी परीक्षायें स्थगित कर दी गयी हैं जबकि विभिन्न सरकारी कार्यालय तथा बाजार बंद भी हैं।
प्रशासन ने मंगलवार से 48 घंटों के लिए मोबाइल एवं एसएमएस सेवाएं बंद करा दिया है तथा धलाई और उत्तरी त्रिपुरा में विभिन्न स्थानों पर निषेधाज्ञा लागू कर दी है लेकिन इसके बावजूद इलाके में स्थिति तनावपूर्ण है।
राज्य के विभिन्न स्थानों से काफी संख्या में विमान यात्री हवाई अड्डा नहीं पहुंच सके जिससे उन्हें अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी। अगरतला समेत राज्य के सभी रेलवे स्टेशन यात्रियों की भीड़ से खचाखच भरे हुए हैं। आसपास के स्थानों से राजधानी के बाजारों में सब्जियां आपूर्ति ठप हो जाने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
पश्चिम त्रिपुरा के खोवई, तेलियामुरा, जिरानिया और विश्रामगंज तथा उत्तरी त्रिपुरा, धलाई और गोमती जिलों में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पों के बाद स्थिति काफी तनावपूर्ण बनी हुई है। प्रदर्शनकारियों ने सुबह के समय करीब दो घंटे तक अगरतला के वीआईपी मार्ग को ब्लाक कर दिया, जिससे बहुत से सरकारी कर्मचारी अपने कार्यालय नहीं पहुंच सके।
असम में सीएबी के विरोध में हजारों की संख्या में स्कूल और कालेज छात्रों ने गुवाहाटी में राज्य विधानसभा तक रैली निकाली और नारे लगाए। रैली के कारण शहर में विभिन्न स्थानों पर सड़कों पर यातायात जाम हो गया।
गुवाहाटी के अलावा डिब्रूगढ़ और जोरहाट तथा कई स्थानों पर हजारों लोग सड़कों पर उतर आए और प्रदर्शन किया। सेना ने राज्य में विभिन्न स्थानों पर फ्लैगमार्च किया। गुवाहाटी विश्वविद्यालय ने बुधवार को होने वाली सभी परीक्षायें रद्द कर दी है।
आसू सदस्यों ने गुवाहाटी से सांसद क्वीन ओझा के आवास के मुख्य द्वार को तोड़ दिया और परिसर के भीतर प्रवेश किया तथा उनका पुतला जलाया। सुश्री ओझा लोकसभा सत्र के मद्देनजर इन दिनों दिल्ली में है। प्रदर्शनकारियों ने राज्य के मंत्री डॉ. हिमंता विश्वा शर्मा के काफिले को काले झंडे दिखाए और उनके समक्ष प्रदर्शन किया।