नयी दिल्ली । सर्वाेच्च अदालत ने वरिष्ठ वकील पी एस नरसिम्हा को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा उठाये जा रहे मुद्दों को सुलझाने के लिये मध्यस्थ नियुक्त किया है।
नरसिम्हा बीसीसीआई के मुद्दों और समस्याओं को सुनेंगे और बोर्ड का संचालन कर रही प्रशासकों की समिति (सीओए) को अपनी सिफारिशें भेजेंगे। सर्वोच्च अदालत ने ही सीओए की नियुक्ति की है।
सर्वाेच्च अदालत ने गुरूवार को कहा कि बीसीसीआई मौजूदा समय में कई मुद्दों के समाधान को लेकर असंतुष्ट है और इसके लिये उसे अदालत जाना पड़ता है। नरसिम्हा अब बीसीसीआई और उससे जुड़े सभी राज्य क्रिकेट संघों की समस्याओं और फंड जारी किये जाने संबंधित मुद्दों को सुनेंगे और सीओए को इसके लिये अपनी सिफारिशें भेजेंगे। शीर्ष अदालत ने इस दौरान सीओए से भी उसकी कार्यशैली के बारे में जानकारी ली। सर्वाेच्च अदालत ने फरवरी माह में अपने पूर्व न्यायाधीश,न्यायमूर्ति डीके जैन को बीसीसीआई में लोकपाल नियुक्त किया था।
न्यायमूर्ति एस ए बोबडे और एएम सापरे की खंडपीठ ने साथ ही कहा,“ हम इस बात से खुश हैं कि सभी पक्षों ने अपने सुझावों और सहमति से सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति डीके जैन को बीसीसीआई में लोकपाल नियुक्त करने पर सर्वसम्मति जताई।”अदालत ने सर्वाेच्च अदालत के छह पूर्व न्यायाधीशों में से न्यायमूर्ति डीके जैन को नियुक्त किया था।