कराची। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पाकिस्तान सुपर लीग स्पॉट फिक्सिंग में दोषी पाए गए विकेटकीपर बल्लेबाज शहजाब हसन पर एक साल प्रतिबंध लगा दिया है।
पीसीबी की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई ने शहजाब पर एक साल का प्रतिबंध लगाने के अलावा 10 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है। बोर्ड ने उन्हें पीएसएल में हुए स्पॉट फिक्सिंग मामले में चल रही जांच में सहयोग न करने को लेकर यह जुर्माना लगाया है। स्पॉट फिक्सिंग मामले में सजा पाने वाले शहजाब पाकिस्तान के छठे खिलाड़ी हैं।
पीसीबी ने शहजाब को पिछले साल 18 मार्च को ही क्रिकेट के सभी प्रारुपों से निलंबित कर दिया था और अब उनका निलंबन समाप्त होने में अभी तीन सप्ताह का समय बाकी है। लेकिन पीसीबी के कानूनी सलाहकार तफज्जुल रिजवी ने कहा है कि निलंबन की अवधि समाप्त होने का मतलब यह नहीं है कि वह फिर से क्रिकेट खेलने के योग्य हो गए हैं।
रिजवी ने कहा कि उनका निलंबन 17 मार्च को समाप्त होगा। लेकिन भ्रष्टाचार रोधी इकाई के अनुसार उन्हें रिहेबिलिटेशन की प्रक्रिया से गुजरना हाेगा। रिहेबिलिटेशन के दौरान यदि वह अपना अपराध स्वीकार नहीं करते हैं तो रिहेबिलिटेशन शुरु नहीं माना जाएगा और वह दोषी ही रहेंगे।
शहजाब ने पाकिस्तान के लिए तीन वनडे और 10 ट्वंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। वह पाकिस्तान की उस टीम का हिस्सा थे जिसने 2009 में ट्वंटी-20 विश्वकप जीता था।