श्रीहरिकोटा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीष धवन अंतरिक्ष केंद्र से बुधवार को ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण याान (पीएसएलवी-सी48) के जरिये रडार इमेजिंग पृथ्वी निगरानी उपग्रह रिसैट-2बीआर1 समेत नौ विदेशी वाणिज्यिक उपग्रहों का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया।
रडार ईमेजिंग पृथ्वी निगरानी उपग्रह रिसैट-2बीआर1 से देश की सीमाओं की निगरानी आसान हो जाएगी और इसका इस्तेमाल सैन्य उद्देश्य से किया जाएगा।
पीएसएलवी-सी48 ने उपग्रहों को लेकर आज 1525 बजे सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के प्रथम लांच पैड से उड़ान भरी। इसके 16 मिनट और 23 सेकंड बाद रिसैट-2बीआर1 को सफलतापूर्वक पृथ्वी की कक्षा में स्थापित कर दिया। इसके साथ ही नौ विदेशी वाणिज्यिक उपग्रहों को भी पृथ्वी की कक्षाओं में स्थापित कर दिया गया।
इसरो प्रमुख के सिवन ने मिशन की सफलता के बाद वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमने पीएसएलवी के 50वें मिशन को सफलतापूर्वक लांच कर इस ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान के इतिहास में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।
उन्होंने कहा कि रडार इमेजिंग पृथ्वी निगरानी उपग्रह रिसैट-2बीआर1 का निर्माण उपग्रह टीम ने किया है। इसका निर्माण बहुत कम समय में कर लिया गया।
इसरो प्रमुख ने कहा कि मेरे मित्रों निश्चित रूप से हमने बहुत बड़ी सफलता हासिल की है और हमें अभी बहुत सारे बड़े मिशन पूरे करने हैं।
नौ विदेशी उपग्रह इजरायल, इटली, जापान और अमरीका के हैं। इनमें से अमरीका के छह उपग्रह और इजराइल, इटली तथा जापान का एक-एक उपग्रह शामिल हैं।