इस्लामाबाद। पाकिस्तान में अपने खिलाफ लाए जाने वाले अविश्वास प्रस्ताव से पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की ओर से बुलाई गई रैली में भाग लेने के लिए सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक पंजाब के खैबर-पख्तूनख्वा और पाकिस्तान के अन्य हिस्सों से रविवार को बड़ी संख्या में इस्लामाबाद के परेड ग्राउंड पहुंचे।
खान ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से ‘अमर बिल मरूफ’ जनसभा में भाग लेने के लिए इस्लामाबाद पहुंचने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि आज का दिन पाकिस्तान के लिए है न कि पीटीआई के लिए। साथ ही उन्होंने जोड़ा है कि पीटीआई आज इतिहास रचने के लिए निकली।
देश के गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने कहा कि सुरक्षा उद्देश्यों के लिए कम से कम 6,000 रेंजर्स, फ्रंटियर कॉर्प्स और अन्य सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। समाचार पत्र डॉन के अनुसार पीटीआई ने कहा कि कराची से समर्थकों को लेकर एक ट्रेन रविवार सुबह लाहौर पहुंची है।
शिक्षा मंत्री शफकत महमूद ने भी लाहौर से राजधानी तक एक ‘बड़ी रैली’ का नेतृत्व किया।पीटीआई के सीनेटर फैसल जावेद ने कहा कि ऐतिहासिक जनसभा में भाग लेने के लिए देश भर से पीटीआई के अन्य कारवां आ रहे हैं।
सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया संगठनों के 43 से अधिक प्रतिनिधि रैली को कवर करने के लिए परेड ग्राउंड में एकत्र हुए हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया इस ऐतिहासिक रैली को मीडिया की नजर से देखेगी।
गत 24 मार्च को, इमरान खान ने 27 मार्च को ‘डाकुओं के समूह’ के खिलाफ एक सार्वजनिक बैठक बुलाई, जो ‘पिछले 30 वर्षों से देश को लूट रहे थे। इस बीच, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की नेता मरियम नवाज ने पंजाब के विपक्षी नेता हमजा शहबाज के साथ जीटी रोड के रास्ते अपनी पार्टी के कारवां का नेतृत्व किया और इसे पीटीआई सरकार के ताबूत में आखिरी कील बताया।
गृह मंत्री शेख राशिद ने हालांकि, चेतावनी दी है कि जेयूआई-एफ को इस्लामाबाद में विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर विपक्षी दलों ने रेड जोन में प्रवेश करने का प्रयास किया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।