जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मोदी चाहें राजस्थान के 15-20 दौरे कर ले लेकिन कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है क्योंकि इस बार जनता कांग्रेस की सरकार रिपीट करने का मन बना चुकी है।
गहलोत रविवार को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पुष्पांजलि काय्रक्रम में भाग लेने के बाद मीडिया से यह बात कही। उन्होंने कहा कि मोदी हाल के दिनों में छह बार राजस्थान के दौरे कर चुके हैं। वे छह बार क्या, पन्द्रह-बीस बार प्रदेश के दौरे करे तो भी कुछ नहीं होने वाला, क्योंकि इस बार जनता कांग्रेस की सरकार रिपीट करने का मन बना चुकी है।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता ही माई बाप है, जिन्होंने राजस्थान में सरकार गिराने का प्रयास किया लेकिन प्रदेशवासियों ने सरकार को गिरने नहीं दिया। प्रदेश की जनता की भावना थी कि सरकार गिरनी नहीं चाहिए। पूरे देश में चर्चा होती है कि कर्नाटक सरकार चली गई, मध्यप्रदेश में सरकार गिर गई लेकिन राजस्थान में सरकार नहीं गिरने दी गई। भाजपा नेताओं के मन में यह पीड़ा है कि वे सरकार नहीं गिरा पाए।
उन्होंने नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि जिन्होंने देश का इतिहास बनाया, उनका नामों-निशान मिटाने के प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी के पांच साल के कार्यकाल में कई क्रांतिकारी फैसले हुए थे लेकिन आज प्रधानमंत्री मोदी इस बात को समझ नहीं रहे हैं और उन्होंने और उनकी पार्टी ने ठान लिया है कि पिछले 60-70 सालों में कांग्रेस ने क्या किया, आजादी से पहले क्या किया, उन सबको भुला दो।
उन्होंने कहा कि जवाहर लाल नेहरु संग्रहालय का नाम बदल दिया गया, किस स्तर पर जा रहे है ये लोग। उन्होंने कहा कि यह किस स्तर की सोच हैं। उन्होंने कहा कि मोदी अगर यह आरएसएस एवं स्वयं की सोच से कर रहे हैं तो गलत है, या भाजपा के दबाव में कर रहे है तो भी गलत है। आज इतिहास को मिटाएंगे तो इनका इतिहास स्वत: मिट जाएगा और इनका इतिहास काले अक्षरों में लिखा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाली पीढ़ियां इनके बारे में कुछ भी सोचे, ये लोग परवाह ही नहीं कर रहे है क्योंकि इनकी फासिस्ट सोच है। उन्होंने कहा कि एक दूसरे के प्रति सम्मान की भावना होनी चाहिए।
गहलोत ने कहा कि राजीव गांधी ने 18 साल के नौजवानों को वोट का अधिकार दिया। यह बहुत क्रांतिकारी फैसला था। राजीव गांधी ने ही उन्हें 34 साल की उम्र में प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बना दिया था। उन्होंने कहा कि आज महिलाओं को जो अधिकार मिल रहे हैं, वह राजीव गांधी की सोच की बदौलत ही संभव हो पाया है। स्थानीय निकाय और पंचायती राज व्यवस्था में महिलाओं की भागीदारी राजीव गांधी के फैसलों के कारण ही संभव हो पाई है और आज देश में राष्ट्रपति महिला है।
गहलोत ने कहा कि जिन राज्य में चुनाव होने है उसमें ईडी और इनकम टैक्स पहुंच जाता है और विपक्ष को चंदा देने वाले लोगों को डराया जाता है ताकि वह चंदा नहीं दे। उन्होंने कहा कि हम अपनी योजनाओं के दम पर जनता के बीच जाएंगे और चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि आज हर राज्य सरकार राजस्थान के मॉडल का अध्ययन कर रही है और अपने चुनावी घोषणा पत्र में यहां की योजनाओं को लिख रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम घमंड नहीं रखते हैं, जैसे प्रधानमंत्री ने कहा है कि अगली बार पन्द्रह अगस्त को वही लाल किले पर झंडा फहराएंगे। ऐसा मैं तो नहीं कह सकता हूं, वही कह सकते हैं। न हममें अहम है और न ही घमंड है। हम अपना काम कर रहे हैं।