जयपुर/अजमेर। महात्मा ज्योतिबा फुले जंयती (11 अप्रेल) पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अभी तक फुले जयंती पर एच्छिक अवकाश दिया जा रहा था।
गहलोत ने आमजन की भावना और जनप्रतिनिधियों की मांग को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है। महिला एवं बिाल विकास मंत्री ममता भूपेश, राष्ट्रीय फुल ब्रिगेड टीम राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष दिनेश कुमार सैनी, नागौर परबतसर से लोकेश मालाकार समेत विभिन्न संगठनों और जनप्रतिनिाियों ने पत्र लिखकर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की थी।
उल्लेखनीय है कि फले ने देश से छुआछूत खत्म करने और समाज को सशक्त बनाने की दिशा में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने समाज को कुरीतियों से मुक्त कराने, बालिकाओं और दलितों को शिक्षा से जोडने का कार्य किया। उन्होंने किसानों और मजदूरों के हकों के लिए भी संगठित् प्रयास किए।
राज्य सरकार ने 28 जनवरी को भगवान श्री देवनारायण जयंती के ऐच्छिक अवकाश को भी सार्वजनिक अवकाश घोषित किया था। इससे अब राज्य में सार्वजनिक अवकाशों की संख्या 30 एवं एच्छिक अवकाशों की संख्या 20 हो गई है।
माली सैनी समाज में खुशी की लहर, जताया आभार
महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किए जाने से अजमेर के माली सैनी समाज में खुशी की लहर दौड गई। माली समाज की विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों, समाज की पंचायतों, जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को धन्यवाद देते हुए कहा कि इससे महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती मनाने का जोश दोगुना हो गया है। समाजसेवी महेश चौहान, एडवोकेट बबीता टांक, त्रिलोकचंद इंदौरा, नवीन कछावा, बालमुकंद टांक, राजेश भाटी, हेमराज खारोलिया, पूनम मारोठिया, मुकेश अजमेरा, गणेश टांक, पार्षद सुनीता चौहान, हेमराज सिसोदिया, सतीश कुमार सैनी, चेतन सैनी समेत माली सैनी समाज के गणमान्यजनों ने मुख्यमंत्री का आभार जताया है।