नई दिल्ली। देश के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की खबरों के बीच उच्चतम न्यायालय ने न्यायपालिका के सदस्यों के खिलाफ मीडिया में जारी राजनीतिक बयानबाजी को लेकर आज गहरी नाराजगी जताई और इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।
न्यायाधीश अर्जन कुमार सिकरी और न्यायाधीश अशोक भूषण की पीठ ने कहा कि हम सभी इस बात को लेकर बहुत विक्षुब्ध हैं। यह बहुत ही दुखद है।
न्यायाधीश सिकरी ने यह टिप्पणी उस वक्त की जब एक याचिकाकर्ता की ओर से पेश वकील ने न्यायाधीशों के खिलाफ महाभियोग चलाने के संबंध में नेताओं के सार्वजनिक बयानों की चर्चा की।
शीर्ष अदालत ने एटर्नी जनरल केके वेणुगोपाल से कहा कि वह इस मुद्दे को लेकर दायर याचिका के निपटारे में उसकी मदद करें। याचिका में ऐसे बयानों से जुड़ी खबरें प्रकाशित/प्रसारित करने के लिए मीडिया पर प्रतिबंध लगाने का भी अनुरोध किया गया है।
शीर्ष अदालत ने मामले की सुनवाई के लिए सात मई की तारीख मुकर्रर करते हुए कहा कि जब तक एटर्नी जनरल का पक्ष सुन नहीं लिया जाता तब तक इस संबंध में कोई आदेश नहीं दिया जाएगा।