इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने कहा है कि वह भारत के साथ संबंधों को सामान्य बनाए रखना चाहता है और जैश-ए-मोहम्मद वर्ष 2002 से ही प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैजल ने संवाददाताओं के सवालों के जवाब में रविवार को पाकिस्तान का पक्ष रखते हुए कहा कि पाकिस्तान सरकार लागू की गई पाबंदियों पर अमल करने का काम कर रही है।
उन्होंने पुलवामा हमले की जिम्मेदारी जैश पर थोपे जाने और हमलावर के वीडियो के बारे में भारतीय दावे पर प्रतिक्रिया करते हुए इस संबंध में भारत के चयनात्मक और खुद के हितों को साधने वाले मानकों पर सवाल उठाए।
उन्होंने कहा कि एक ओर, भारत ने असत्यापित सोशल मीडिया सामग्री को ‘सोने के मानक’ के रूप में स्वीकार किया। इसके विपरीत, भारत ने स्वैच्छिक स्वीकारोक्ति और पाकिस्तान में आतंकवादी हिंसा में अपना हाथ होने संबंधी सेवारत नौसेना कमांडर जाधव के कबूलनामे को खारिज कर दिया है।
उन्होंने कहा कि भारत को आत्मनिरीक्षण करना तथा अपनी सुरक्षा और खुफिया खामियों के सवालों का जवाब देना चाहिए जिसके परिणामस्वरूप यह हमला (पुलवामा में) हुआ।
प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए अपने पत्र के अनुरुप प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के एक कदम बढाने पर दो कदम उठाने के अपने इरादे का पालन किया है। इसके साथ ही दोनों देशों के विदेश मंत्रियों को संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन से इतर मुलाकात करने तथा संबंधों को सामान्य बनाने के लिए व्यापक एवं ठोस रोडमैप तैयार करने का भी प्रस्ताव दिया था।
फैजल ने कहा कि यह भारत था जिसने आधारहीन तथ्यों की बुनियाद पर दोनों विदेश मंत्रियों की बैठक रद्द कर दी थी फिर भी पाकिस्तान ने लोगों का संपर्क बढ़ाने तथा विकृत वातावरण को खत्म करने के लिए करतारपुर कोरिडोर की पहल की।