मुंबई। एडवेंचर की शौकीन पुणे की शीतल राणे-महाजन ने थाइलैंड में सोमवार को रंगीन नौवारी साड़ी पहनकर स्काइडाइविंग करने वाली पहली भारतीय महिला बनने का रिकार्ड अपने नाम कर लिया।
स्काइडाइविंग के तुरंत बाद, राणे-महाजन ने कहा कि अनुकूल मौसम होने की वजह से वह विश्व प्रसिद्ध पर्यटक रिसॉर्ट पट्टाया के ऊपर एक विमान से लगभग 13 हजार फीट की ऊंचाई से दो बार छलांग लगाने में सफल रहीं।
थाई स्काइडाइविंग केंद्र पर मौजूद राणे-महाजन ने कहा कि मैं अगले महीने आने वाले अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर कुछ अलग करना चाहती थी। इसलिए मैंने अपने स्काइडाइव के लिए नौवारी साड़ी पहनने का निर्णय लिया।
उन्होंने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि यह साड़ी करीब 8.25 मीटर लंबी है, जोकि आम भारतीय साड़ियों से ज्यादा लंबाई की है।
अपनी पहली लैंडिंग में थोड़ी लड़खडाई लेकिन इसे सुरक्षित तरीके से अंजाम देने वाली राणे-महाजन ने कहा कि पहले साड़ी पहनना, इसके ऊपर पैराशूट पहनना, फिर सेफ्टी गियर, संचार सामग्री, हेलमेट, गोगल्स, जूते इत्यादि पहनने व लगाने ने स्काइडाइविंग को चुनौतिपूर्ण बना दिया था।
उन्होंने माना कि साड़ी के साथ स्काइडाइव करने के लिए पहले से ही उन्होंने काफी अतिरिक्त तैयारी और एहतियात बरती, कई जगह पिन लगाई, कई जगह इसे कसकर बांधा ताकि साड़ी के साथ थाइलैंड की खाड़ी की तेज हवाओं का सही से सामना किया जा सके।
राणे-महाजन ने कहा कि देश में महिलाएं विभिन्न तरह की साड़ी पहनती हैं, लेकिन महाराष्ट्र की नौवारी साड़ी को पहनना और इसे संभालना सबसे मुश्किल है।
35 वर्षीय जाबांज महिला ने कहा कि मैं यह साबित करना चाहती थी कि भारतीय महिला न केवल अपने सामान्य दिनचर्या में यह साड़ी पहन सकती है बल्कि स्काइडाइविंग जैसे जोखिम भरे एडवेंचर को भी अंजाम दे सकती है।
पद्मश्री विजेता और दो जुड़वा बच्चों की मां शीतल राणे-महाजन ने अबतक 18 राष्ट्रीय स्तर के स्काइडाइविंग रिकार्ड स्थापित किए हैं। इसके अलावा इनके नाम पर छह अंतरराष्ट्रीय रिकार्ड, पूरे विश्व में 704 जंप लगाने का रिकार्ड है। उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मान से भी सम्मानित किया गया है।