चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों पर पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने सोमवार को एडीजीपी गुरप्रीत कौर दिओ की निगरानी में तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया जाे एमएमएस मामले में प्राइवेट यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ मामले की गहराई से जांच करेगी।
इस विशेष जांच टीम में एसपी (काउंटर इंटेलिजेंस लुधियाना) रुपिन्दर कौर भट्टी बतौर इंचार्ज और दो सदस्यों डी एसपी खरड़-1 रुपिन्दर कौर और डीएसपी एजीटीएफदीपिका सिंह शामिल हैं। तीनों महिला अधिकारी छात्राओं से संबंधित विवि के मामले की जांच करेंगी। यह एसआईटी (डीआईजी रूपनगर) रेंज गुरप्रीत सिंह भुल्लर और एसएसपी (मोहाली) विवेक शील सोनी की निगरानी में काम करेगी और काम की ज़रूरत अनुसार किसी अन्य सदस्य का चयन कर सकती है। यह कार्यवाही मुख्यमंत्री की ओर से मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए जाने के एक दिन बाद सामने आई है।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए राज्य के पुलिस प्रमुख गौरव यादव ने बताया कि इस मामले की जांच पूरी सक्रियता से चल रही है और पुलिस ने रविवार देर शाम उस विद्यार्थी और हिमाचल प्रदेश के दो अन्य व्यक्तियों समेत कुल तीन गिरफ्तारियां की हैं और दोषियों के पास से कुछ इलेक्ट्रानिक यंत्र भी ज़ब्त किए हैं। उन्होंने पुलिस को हर तरह का सहयोग देने के लिए डीजीपी हिमाचल प्रदेश और हिमाचल पुलिस का भी धन्यवाद किया।
उन्होंने भरोसा देते हुये कहा कि एसआईटी इस मामले की तह तक जांच करेगी और जो भी दोषी पाया गया उसे बख़्शा नहीं जाएगा।
विद्यार्थियों, माता-पिता और सभी भाईचारे को अमन-शान्ति बनाए रखने की अपील करते हुए गौरव ने उनको सभी सम्बन्धित विद्यार्थियों की गोपनीयता और सम्मान की रक्षा करने का भरोसा दिया। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अफवाहों पर गौर न करें तथा जानकारी के लिए सिर्फ़ प्रामाणिक चैनलों पर भरोसा करें।