कपूरथला। पंजाब में जालंधर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक गुरबिंदर सिंह ढिल्लों ने आज कहा कि गुरुद्वारा निजामपुर में निशान साहब की बेअदबी नहीं हुई।
संभवत: एक प्रवासी मजदूर, जिसकी शिनाख्त नहीं हो पाई है, को लोगों ने पीट-पीट कर मार डाला था। कपूरथला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरकमलप्रीत सिंह खाख के साथ प्रेस वार्ता में ढिल्लों ने कहा कि थाना प्रभारी और दो सहायक उप पुलिस निरीक्षक (एएसआई) भीड़ के हमले में घायल हुए हैं जब पुलिस भीड़ से युवक को बचाने की कोशिश कर रही थी।
पुलिस ने हालांकि गुरद्वारा ग्रंथी अमरजीत सिंह की शिकायत पर धार्मिक स्थल की बेअदबी और लोगों की भावनाएं भड़काने का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने ग्रंथी को हिरासत में लिया है। ग्रंथी ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया था कि निशान साहब की बेअदबी का प्रयास किया गया था।
पुलिस महानिरीक्षक ने स्पष्ट किया कि हत्या का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है जिस दौरान सामने आए तथ्यों के आधार पर बनती कार्रवाई की जाएगी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरकमलप्रीत सिंह खाख ने कहा कि युवक का उद्देश्य संभवत: गुरुद्वारे में चोरी करने का था। युवक की शिनाख्त नहीं हो पाई है। वह करीब 20-22 साल का था और दाढ़ी-मूंछ नहीं रखे हुए था।
पुलिस अधीक्षक (जांच) जगजीत सिंह के अनुसार युवक तड़के चार बजे गुरुद्वारे की रसोई में घुसा था और गैस बर्नर पर गर्म कर चपाती खा रहा था। गुरुद्वारे के एक सेवादार ने उसे देख लिया। जब उसने यह देखा तो खेतों में भागा। उसे आधे घंटे तक पीछा करने के बाद सेवादारों ने पकड़ा।
उसे गुरुद्वारे में वापस लाकर पीटा गया, एक कमरे में बंद किया गया और उसका वीडियो वायरल किया गया। वीडियो देखने के बाद निजामपुर के और आसपास के भी करीब 300 लोग वहां जमा हो गए और कमरे की खिड़कियां तोड़कर कमरे में गए और उसे मारा-पीटा।
पुलिस भी वायरल वीडियो देखकर वहां पहुंची थी और देखा कि युवक कमरे में बंद था। पुलिस ने उसे वहां से निकालने व अपनी हिरासत में लेने की कोशिश की लेकिन भीड़ ने पुलिस पर भी हमला कर दिया और पुलिस की उपस्थिति में ही युवक को मार दिया गया। पुलिस बाद में जब युवक को स्थानीय नागरिक अस्पताल ले गई तो डॉक्टरों ने उसे ‘मृत लाया गया‘ घोषित किया।