इटावा। उत्तर प्रदेश में इटावा जिले के उसराहार थाना क्षेत्र के आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर आज एक बड़ा हादसा होने से उस समय बच गया जब बिहार के पूर्णिया से दिल्ली जा रही स्लीपर बस जल कर खाक ही गई लेकिन कोई भी जनहानि नहीं हुई।
इस हादसे की सूचना मिलते ही उप जिलाधिकारी सत्य प्रकाश मिश्रा, पुलिस उपाधीक्षक और उसराहार थाना प्रभारी अमरपाल सिंह भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। आग लगने का यह बात वाक्या आज सुबह करीब 10 बजे के आसपास घटित हुआ।
जैसे ही बस में आग लगने की घटना हुई चालक और परिचालक बस को छोड़ कर फरार हो गया। बस में सवार यात्रियों ने अपनी जान बचाने के लिए बस से छलांग लगा दी। बस में सवार यात्रियों का कहना है कि जैसे ही आग लगने की घटना हुई तो चालक और परिचालक मौका ए वारदात से फरार हो गए।
आग की जानकारी होने के बाद यूपीडा की एक और जिला दमकल विभाग की ओर से दो दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची जिन्होंने आग पर काबू पाया लेकिन जब तक दमकल की गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचती तब तक बस जल कर खाक हो चुकी थी।
बस में सवार यात्रियों की संख्या 50 से लेकर के 70 के आसपास बताई जा रही है। जो आग लगने के कारण बस से उतर कर के नीचे भाग निकले इस कारण अधिकांश का सामान बस में ही छूट गया जो जलकर खाक हो चुका है।
ताखा के उप जिलाधिकारी सत्य प्रकाश मिश्रा का कहना है कि बस के यात्रियों को दिल्ली भेजने के लिए इंतजाम तो किया ही जा रहा है उनके खाने पीने का भी प्रबंधन जिला और पुलिस प्रशासन करने में लगा हुआ है।
बस में आग लगने की घटना के बाद कई बस यात्रियों को अपने अपने मोबाइल कैमरे से वीडियो और फोटो भी उतारते देखा गया। जिस तरह का यह हादसा पेश आया है उससे यह बात स्पष्ट है कि अगर यही घटना रात के अंधेरे में घटी होती तो निश्चित है कि बड़ी जनहानी हो सकती थी क्योंकि अधिकाधिक यात्री सोते रहते हैं लेकिन दिन के उजाले ने सबकी जान बचा ली।