अजमेर/पुष्कर। भाजपा विधायक सुरेश सिंह रावत ने शुक्रवार को ग्राम पंचायत कायड, घूघरा, सेंदरिया, तबीजी, दौराई, डूमाडा, भांवता, सराधना, मायापुर में प्रत्येक पंचायत में 115-115 जरूरतमंद परिवारों को खाद्य सामग्री के किटों का वितरण किया। कुल 1035 जरूरतमंदों को किट प्रदान किए। रावत ने ग्राम पंचायतों एवं विद्यालयों में वृक्षारोपण कर पेड़ लगाओ-जीवन बचाओ का नारा दिया।
जरूरतमंद ग्रामीणों का आशीर्वाद प्राप्त कर विधायक रावत ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सेंदरिया का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने विद्यालय में डिस्ट्रिक्ट-माइनिंग फंड एवं रमसा के तहत स्वीकृत कराई गई लगभग 130 लाख की राशि से निर्मित कराए गए एवं निर्माणाधीन कक्षा कक्षों व निर्माण कार्यों का जायजा लिया। विधायक रावत ने गुणवत्ता पूर्ण कार्य कराने के एवं विद्यार्थियों को नियमित आनलाईन शिक्षा देने के निर्देश दिए।
विद्यालय प्रशासन द्वारा स्कूल में नाले के पानी की समस्या से अवगत कराए जाने पर विधायक रावत ने हाथों-हाथ पंचायत समिति अजमेर ग्रामीण के एईएन को मनरेगा योजना के तहत नाले का निर्माण कराने के निर्देश प्रदान किए।
इससे पहले विधायक रावत ने ग्रामीणों की जनसमस्याएं सुनी और हाथों-हाथ अधिकारियों को समस्या समाधान के निर्देश दिए। रावत ने विधायक फण्ड से कोरोना काल में जरूरतमंद व्यक्तियों को खाद्य और राशन सामग्री उपलब्ध कराने की सकरात्मक पहल की है। इसके अन्तर्गत पुष्कर विधानसभा क्षेत्र में विधायक कोष से स्वीकृत राशि 25 लाख से 7100 जरूरतमंद परिवारों को खाद्य सामग्री किट का वितरण करेंगे विधायक रावत।
मिला सहारा जरूरतमंद परिवारों को
खाद्य सामग्री के किट संपूर्ण पुष्कर विधानसभा क्षेत्र में दिए जाएंगे। प्रत्येक किट में 5 किलो आटा, 1 किलो दाल, 1 किलो नमक, 1/2 किलो तेल, 100 ग्राम मिर्च पाउडर, 100 ग्राम हल्दी शामिल है। यह सभी सामग्री प्रति जरूरतमंद परिवारों को दी गई।
जरूरतमंदों ने रावत को दिया आशीर्वाद
विधायक रावत से सहायता पाकर जरूरतमंद परिवारों ने विधायक रावत को भरपूर आशीर्वाद प्रदान किया और ग्रामीणों ने भी विधायक के सेवा कार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा की।
इस अवसर पर विधायक रावत के साथ प्रधान प्रतिनिधि अर्जून सिंह, मंडल अध्यक्ष सुरजीत सिंह, त्रिलोक नामा, कन्हैयालाल, वरिष्ठ जिला पदाधिकारी भैरू गुर्जर, राहुल मंड्रावलिया दौरे पर साथ थे एवं ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर सभी सरपंचगण, उप सरपंचगण, वार्डपंचगण, समस्त प्रमुख कार्यकर्ता व सैंकड़ों की संख्या में ग्रामीण प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर उपस्थित थे।