अजमेर। अजमेर जिले में तीर्थराज पुष्कर में भरने वाले ख्यातनाम अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला-2019 के तहत 28 अक्टूबर से 14 नवंबर तक पुष्कर पशु मेला आयोजित किया जाएगा।
प्रगतिशील पशुपालकों की बुधवार को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि मेले के दौरान आठ से बारह नवंबर तक गीर एवं शंकर पशु प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. अजय अरोड़ा ने बैठक में पशुपालकों से प्रदर्शनी के संबंध में सुझाव मांगे और विभागीय तैयारियों की जानकारी दी।
डॉ. अरोड़ा ने बताया कि पुष्कर मेले में आने वाले पशुओं का लेखाजोखा रखने के लिए पुष्कर के गनाहेड़ा, तिलोरा, हैलोज एवं हाटीचौकी के अलावा मेला मैदान से लगते हुए पशु दड़ा क्षेत्र में बारह चौकियों की स्थापना की जाएगी। साथ ही दड़ा क्षेत्र में दो अस्थाई पशु चिकित्सालय के साथ दो चिकित्सा मोबाइल यूनिट भी स्थापित किए जाएंगे जो चौबीस घंटे सक्रिय रहकर पशुओं में बीमारियों का निदान करेंगे। मेला क्षेत्र में 150 से ज्यादा पशु चिकित्सक भी काम करेंगे।
गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला दो हिस्सों में बंटा होता है जिसमें एक तरफ पुष्कर मेला तथा दूसरी तरफ धार्मिक आस्था से सराबोर पंचतीर्थ स्नान। जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा ने पुष्कर मेले की तैयारियों के समय पर पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
इसी क्रम में उपखंड अधिकारी एवं मेला मजिस्ट्रेट देविका तोमर सक्रियता के साथ पूरा मेला क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने के अलावा पशुओं के दड़रे में पानी की माकूल व्यवस्था के लिए जुटी हुई है। आठ नवम्बर से शुरु होने वाला पुष्कर धार्मिक मेला कार्तिक पूर्णिमा 12 नवंबर को संपन्न होगा।
पुष्कर मेला : प्रगतिशील पशुपालकों की बैठक, मांगे सुझाव
पुष्कर पशु मेला 28 अक्टूबर से 14 नवम्बर तक आयोजित होगा। इस मेले में गीर एवं संकर पशु प्रदर्शनी 8 से 12 नवम्बर तक आयोजित की जाएगी।
पशु प्रदर्शनी के सफल आयोजन के लिए प्रगतिशील पशु पालकों की बैठक पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. अजय अरोड़ा की अध्यक्षता में शुक्रवार राज्य कुक्कुट पालन प्रशिक्षण संस्थान शास्त्री नगर के प्रशिक्षण हॉल में आयोजित की गई। बैठक में प्रदर्शनी के संबंध में पशुपालकों से सुझाव मांगे गए ताकि मेले को सुचारू रूप से चलाया जा सके।