अजमेर। अन्तरराष्ट्रीय पुष्कर मेले के तहत हर साल आयोजित होने वाला दीपदान उत्सव आज एक अनूठी पहल में बदल गया। पुष्कर सरोवर के 52 घाटों पर दीप जगमगाए और सभी को मतदान अवश्य करने का संदेश दिया।
हजारों श्रद्धालुओं ने जिला निर्वाचन विभाग के इस नवाचार का अनुसरण करते हुए मतदान अवश्य करने का संकल्प लिया। मंत्रोच्चारण के बीच पूजा अर्चना के साथ तीर्थराज पुष्कर सरोवर पर हजारों दीपों के साथ आध्यात्मिक मेले का भी आगाज हो गया।
जिला निर्वाचन अधिकारी आरती डोगरा ने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय पुष्कर मेले के तहत आज सरोवर पर दीपदान का आयोजन किया गया। सरोवर के 52 घाटों पर हजारों दीयों की रोशनी के बीच आमजन ने मतदान अवश्य करने का संकल्प लिया। पुष्कर सरोवर के सभी घाटों को आकर्षक रूप से सजाया गया। दीपों की झिलमिलाती रोशनी में आध्यात्मिक छटा ने सभी का मन मोह लिया।
कार्यक्रम का आगाज तीर्थ पुरोहितों द्वारा महाआरती, मंत्रोच्चारण से हुआ। घाट पर मौजूद लोगों ने दीपदान किया। कार्यक्रम में कलक्टर आरती डोगरा, अतिरिक्त कलक्टर अबु सूफियान चौहान, एसीईओ ज्योति ककवानी, डॉ. अनुपमा टेलर, मेला मजिस्ट्रेट समदर सिंह भाटी, आईएएस प्रशिक्षु तेजस्वी राणा, आरटीओ कुसुम राठौड़, पीआरओ महेश चन्द्र शर्मा, कृषि विभाग के उप निदेशक वीके शर्मा सहित अनेक प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।
सजावट से भी मिला मतदान का संदेश
नगर पालिका पुष्कर द्वारा समस्त घाटों की भव्य सजावट की गई। पूलिए पर रोशनी के साथ मतदान का संदेश प्रसारित किया जाता रहा। इसमें मतदान हमारा अधिकार है तथा मतदान दिवस के दिन मतदान करने की अपील की गई। इसके साथ ही राधा-कृष्ण की झांकी भी नजर आयी। दीपदान के अवसर पर दीपों की छवी भी उभरी।
पुष्कर मेला 2018 : दूसरे दिन रंगारंग कार्यक्रम
अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर मेले के दूसरे दिन भी अनेक रंगारंग कार्यक्रम एवं प्रतियोगिताएं आयोजित की गई।भारत में अमरीका के राजदूत कैनिथ जस्टर ने मेले के दूसरे दिन भी पुष्कर में रहकर मेले का लुत्फ उठाया। कैनिथ पुष्कर मेले में भाग लेने के लिए तीन दिवसीय यात्रा पर यहां सपत्नीक आए हुए हैं। वे स्वयं कड़ी सुरक्षा के बीच पैदल घूम घूमकर मेले का लुत्फ उठा रहे हैं। वे पशुओं के दरणों में भी पहुंचे और अपने व्यक्तिगत कैमरे से अनेक फोटो लिए।
इधर, पुष्कर पशु मेले में बेचे गए पशुओं की जहां सफेद चिट्ठी काटना शुरू कर दी गई वहीं पशुओं की रवानगी के लिए रवन्ना कटना भी शुरू कर दिया गया। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. एसएस चांदावत के अनुसार अभी भी पशुओं की आवक बनी हुई है और विभिन्न प्रजातियों के पशु यहां मौजूद हैं।
सर्वाधिक आवक ऊंटों की हुई है। खरीद फरोख्त भी ऊंटों की ही हो रही है। मेले में आज हॉट एयर बैलून सफारी, देशी विदेशी के बीच सतोलिया मैच, लंगड़ी टांग प्रतियोगिता, ऊंट नृत्य प्रतियोगिता मेला मैदान पर आयोजित की गई।