नई दिल्ली। ओलम्पिक रजत विजेता और भारत की पहली विश्व बैडमिंटन चैंपियन पीवी सिंधू को बीबीसी इंडियन स्पोर्ट्सवुमैन ऑफ़ द ईयर चुना गया है। इसके साथ ही बीसीसी ने उड़न परी पीटी ऊषा को लाइफ़टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया है।
केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने रविवार रात एक भव्य समारोह में विजेता सिंधू के नाम की घोषणा की। बीबीसी ने पहली बार यह अवार्ड शुरू किया था और इस पुरस्कार के लिए पांच दावेदार होड़ में थे। पांच दावेदारों में फर्राटा धाविका दुती चंद, छह बार की विश्व चैंपियन मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम, विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता पहलवान विनेश फोगाट, पैरा बैडमिंटन की विश्व चैंपियन मानसी जोशी और विश्व चैंपियन सिंधू शामिल थीं।
सिंधू ने 2019 स्विट्ज़रलैंड में बैडमिंटन की विश्व चैंपियनशिप जीती थी और ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय खिलाड़ी (पुरुष या महिला) बनी थीं। अवॉर्ड जीतने पर सिंधू ने वीडियो सन्देश में अपनी ख़ुशी व्यक्त करते हुए कहा कि मैं बीबीसी इंडियन स्पोर्ट्सवुमैन ऑफ़ द ईयर टीम को धन्यवाद देना चाहूंगी। मैं बहुत ख़ुश हूं कि मुझे ये अवॉर्ड मिला है। मैं बीबीसी इंडिया को भी इस बेहतरीन पहल के लिए धन्यवाद देना चाहूंगी और शुक्रिया मेरे फ़ैन्स का भी।
सिंधू के नाम विश्व चैंपियनशिप के पांच पदक हैं। वह ओलंपिक में बैडमिंटन के एकल मुक़ाबले में रजत पदक जीतने वाली भी पहली खिलाड़ी हैं। सिंधु ने कहा कि मैं ये अवॉर्ड अपने समर्थकों और फ़ैन्स को समर्पित करना चाहती हूं जिन्होंने हमेशा मेरा समर्थन किया है और मेरे लिए वोट किया। ये अवॉर्ड्स हमें प्रोत्साहित करते हैं कि हम और बेहतर करें। सभी युवा महिला खिलाड़ियों को मेरा यही संदेश होगा कि बतौर महिला हमें अपने आप में भरोसा करना है। सफलता की कुंजी कड़ी मेहनत है। मुझे भरोसा है कि जल्द ही और भी भारतीय महिलाएं देश के लिए पदक जीतेंगी।
सिंधू सिर्फ़ 17 साल की उम्र में ही सितंबर 2012 में बीडब्ल्यूएफ़ विश्व रैंकिंग में टॉप 20 खिलाड़ियों में शामिल हो गई थीं। पिछले चार साल से वह लगातार टॉप 10 खिलाड़ियों में शामिल रही हैं। ज़बरदस्त स्मैश लगाने वाली सिंधू से भारतीय टोक्यो ओलंपिक में बड़ी उम्मीदें लगाए हुए हैं।
इस मौके पर केंद्रीय खेल मंत्री रिजिजू ने कहा कि खेल की प्रगति होगी तो भारत की प्रगति होगी। खेलों से जुड़ी महिलाओं को सम्मानित करना एक अच्छी पहल है। विश्व में बीबीसी की पहचान है। मुझे उम्मीद है कि इसका अच्छा प्रभाव पड़ेगा। हमें ऐसा माहौल तैयार करना चाहिए जहां युवा खिलाड़ी बड़े सपने देख सकें। यह अवॉर्ड कार्यक्रम प्रमुख खिलाड़ियों, पत्रकारों और जानी-मानी हस्तियों की मौजूदगी में सम्पन्न हुआ।
कई अंतरराष्ट्रीय मुक़ाबलों में भारत का नाम रोशन करने वाली एथलीट पीटी ऊषा को खेल में योगदान और खिलाड़ियों को प्रेरणा देने के लिए अवार्ड समारोह में लाइफ़टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। पूरे खेल जीवन में पीटी ऊषा ने 100 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मेडल और अवॉर्ड जीते हैं।
भारतीय ओलंपिक महासंघ ने पीटी ऊषा को सदी की सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी के तौर पर सम्मानित किया था। ऊषा 1984 के लॉस एंजेलिस ओलंपिक में महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़ में सेकेंड के 100वें हिस्से से कांस्य पदक से चूक गईं थीं।
बीबीसी ने फ़रवरी 2020 में बीबीसी इंडियन स्पोर्ट्सवुमैन ऑफ़ द ईयर के पांच फ़ाइनलिस्ट के नाम घोषित किए थे जिनमें दुती चंद, मैरीकॉम, विनेश फोगाट, मानसी जोशी और सिंधू शामिल थीं। देश के अलग-अलग हिस्सों से प्रमुख लोगों के पैनल ने इन खिलाड़ियों को नामित किया था। इसके बाद तीन फ़रवरी से 24 फ़रवरी 2020 के बीच लोगों ने अपनी पसंदीदा खिलाड़ी के लिए वोट किया था।
अवॉर्ड समारोह बीबीसी के डायरेक्टर जनरल टोनी हॉल ने कहा कि आज की शाम एक वादा है। वादा ये है कि बीबीसी खेलों में भारतीय महिला खिलाड़ियों की बात करेगा, उनके मुद्दे उठाएगा। बीबीसी में भारतीय भाषाओं की प्रमुख रूपा झा ने सभी खिलाड़ियों को बधाई दी और महिला खेलों में बीबीसी की पहल जारी रखने का वादा किया। उन्होंने कहा कि महीनों की मेहनत और टीम वर्क बाद हम अपने पहले अवॉर्ड तक पहुंचे। पीवी सिंधू और पीटी ऊषा को हार्दिक बधाई। मानसी जोशी, मैरीकॉम और विनेश फोगाट आप हमारी हीरो हैं।