फुझू (चीन)। स्टार शटलर भारत की पीवी सिंधू के खराब प्रदर्शन का दौर मंगलवार से शुरू हुए चाइना ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में बरकरार रहा और वह महिला एकल के राउंड-32 में गैर वरीय खिलाड़ी के हाथों हारकर बाहर हो गई।
टूर्नामेंट में छठी वरीय सिंधू को महिला एकल के राउंड-32 में गैर वरीय चीनी ताइपे की पाई यू पो ने तीन गेमों के कड़े मुकाबले में 21-13, 18-21, 21-19 से हराकर बाहर कर दिया। विश्व में 42वीं रैंकिंग पो की करियर के चौथे मुकाबले में यह सिंधू के खिलाफ पहली जीत है।
वहीं पुरूष एकल में एच एस प्रणय और महिला युगल में अश्विनी पोनप्पा तथा एन सिक्की रेड्डी की भारतीय जोड़ी ने भी निराश किया और पहले ही दौर में हारकर बाहर हो गये। मिश्रित युगल में सात्विकसेराज रैंकीरेड्डी और अश्विनी पोनप्पा ने जीत से खाता खोला और कनाडा के जोशुआ हर्लबर्ट यू तथा जोसेफाइन वू को 21-19, 21-19 से पराजित कर दूसरे दौर में जगह बना ली।
विश्व में 29वीं रैंकिंग के प्रणय को डेनमार्क के रासमस गेमके के हाथों 53 मिनट में 17-21, 18-21 से लगातार गेमों में शिकस्त मिली। यह भारतीय खिलाड़ी की रासमस के खिलाफ करियर और इस वर्ष मिली लगातार दूसरी हार भी है। 26वीं रैंकिग के रासमस ने जापान ओपन में प्रणय को हराया था।
महिला युगल में पोनप्पा-सिक्की की जोड़ी को चीन की ली वेन मेई और झेंग यू की जोड़ी के हाथों 30 मिनट में 9-21, 8-21 से लगभग एकतरफा हार का सामना करना पड़ गया। भारतीय जोड़ी के खिलाफ 10वीं रैंक चीनी जोड़ी ने 2-1 का करियर रिकार्ड बना लिया है।
मिश्रित युगल में पोनप्पा-रैंकीरेड्डी ने जीत से खाता खोल भारतीय खेमे को कुछ राहत दिलाई। उनका अब दूसरे दौर में पांचवीं वरीय कोरिया की सियो सियुंग जाइ और चाई युजुंग की जोड़ी से मुकाबला होगा।
हालांकि महिला एकल के पहले ही दौर में सिंधू की हार काफी निराशाजनक रही। दोनों के बीच एक घंटे 14 मिनट तक चले संघर्ष में भारतीय खिलाड़ी की शुरूआत खराब रही और वह पहला गेम आसानी से गंवा बैठीं। 4-4 के स्कोर की बराबरी के बाद वह पो को पकड़ नहीं सकीं जिन्होंने 12-8 की बढ़त ली और लगातार आठ अंक लेते हुये गेम जीत लिया।
दूसरे गेम में विश्व चैंपियन सिंधू ने बेहतरीन ढंग से वापसी की और 7-7 की बराबरी के बाद लगातार अंक लेती रहीं और बढ़त बनाकर रखी। उन्होंने चार गेम प्वांइट जीते और 21-18 से गेम जीत 1-1 की बराबरी कर ली। लेकिन निर्णायक गेम काफी चुनौतीपूर्ण रहा जहां सिंधू ने 3-11 से पिछड़ने के बाद लगातार आठ अंक लेकर 11-11 पर स्कोर बराबर कर उम्मीद बंधा दी। हालांकि 18-18 की बराबरी के बाद ताइपे की खिलाड़ी ने गेम प्वांइट के साथ गेम और मैच अपने नाम कर लिया।
इस साल विश्व चैंपियनशिप जीतने के बाद से सिंधू का निराशाजनक प्रदर्शन जारी है और यह लगातार पांचवां टूर्नामेंट है जहां वह शुरूआती दौरों में बाहर हो गयी हैं। टोक्यो ओलंपिक में भारत की पदक दावेदार मानी जा रहीं सिंधू मौजूदा चाइना ओपन से पहले चाइना ओपन सुपर 1000, कोरिया ओपन, डेनमार्क ओपन और फ्रेंच ओपन के भी फाइनल तक नहीं पहुंच सकी हैं।