गुआंगझू । भारत की स्टार महिला शटलर पीवी सिंधू ने गत चैंपियन और विश्व की दूसरे नंबर की खिलाड़ी अकाने यामागुची को बुधवार यहां वर्ल्ड टूर फाइनल्स के ग्रुप ए मैच में हराकर टूर्नामेंट में धमाकेदार शुरूआत कर ली। हालांकि पुरूष खिलाड़ी समीर वर्मा को अोपनिंग मैच में हार झेलनी पड़ी।
दुबई में हुये पिछले संस्करण में उपविजेता रहीं सिंधू ने महिला एकल के अपने ओपनिंग मुकाबले में जापानी खिलाड़ी यामागुची को कड़े संघर्ष के बाद लगातार गेमों में 24-22, 21-15 से हराकर 52 मिनट में जीत दर्ज की।
हालांकि पुरूष एकल वर्ग के ग्रुप बी में भारत के समीर को जापान के केंतो मोमोता के हाथों 18-21, 6-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी। विश्व के नंबर एक खिलाड़ी मोमोता के खिलाफ सातवीं वरीय समीर दूसरे गेम में बिल्कुल चुनौती नहीं रख सके और 35 मिनट में अपना मैच हार गये।
विश्व में छठे नंबर की खिलाड़ी सिंधू का यामागुची के खिलाफ मुकाबला काफी रोमांंचक रहा जिसके पहले गेम में कांटे की टक्कर देखने को मिली। 27 मिनट तक चले पहले गेम में सिंधू की शुरूआत अच्छी नहीं रही और वह 6-11 और फिर 18-13 से पिछड़ गयीं। लेकिन उन्होंने जबरदस्त वापसी करते हुये 19-19 पर यामागुची से बराबरी कर ली।
आखिरी क्षणों में 22-22 की बराबरी के बाद यामागुची का फोरहैंड नेट में फंस गया और सिंधू ने गेम अपने नाम कर 1-0 की बढ़त बना ली। दूसरे गेम में फिर जापानी खिलाड़ी ने दबाव बनाने का अच्छा प्रयास किया लेकिन पहले गेम में जीत के बाद सिंधू अधिक आत्मविश्वास में दिखाई दीं और उन्होंने 3-1 की शुरूआत बढ़त बनाई।
हालांकि दूसरी रैंकिंग की खिलाड़ी ने निरंतर अंक लेते हुये सिंधू को 6-3 से पीछे छोड़ दिया। ओलंपिक रजत विजेता ने 11-11 पर स्कोर बराबर किया। लेकिन यहां सिंधू ने लगातार आठ अंक लेकर अपनी बढ़त 18-11 पहुंचाकर यामागुची के लिये वापसी के रास्ते लगभग बंद कर दिये। वहीं जापानी खिलाड़ी को अपनी गलतियों का भी नुकसान हुआ और 21-15 से सिंधू ने गेम और मैच दोनों अपने नाम कर लिया।
भारतीय-जापानी खिलाड़ी के बीच यह करियर का 14वां मैच था जिसमें जीत के साथ सिंधू ने यामागुची के खिलाफ अपना जीत-हार का रिकार्ड 10-4 पहुंचा दिया है। वर्ष 2018 में ही अकेले दोनों खिलाड़ियों के बीच हुई यह छठी भिड़ंत थी। इस वर्ष सिंधू एशियाई खेलों की व्यक्तिगत और टीम स्पर्धा में तथा वर्ल्ड चैंपियनशिप और एशिया टीम चैंपियनशिप में यामागुची को हरा चुकी हैं जबकि ऑल इंग्लैंड में उन्हें यामागुची से शिकस्त मिली थी। प्रत्येक ग्रुप से शीर्ष दो खिलाड़ी सेमीफाइनल के लिये क्वालीफाई करेंगे जिसके बाद नॉकआउट मुकाबले खेले जाएंगे। शीर्ष आठ खिलाड़ी वर्ल्ड टूर फाइनल्स में खेलने उतरते हैं।