जयपुर। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता अशोक कुमार वर्मा एवं सेवानिवृत्त सहायक अभियंता जीएस चाहर को निर्माण कार्य के बिलों को पास करने के मामले में लगभग सवा लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों आज गिरफ्तार किया।
ब्यूरो के अनुसार यह रिश्वत परिवादी एवं ठेकेदार जय किशन से पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन में कराए गए कार्यों का बिल पास करने की एवज में मांगी गई। ब्यूरो टीम ने परिवादी से रिश्वत लेते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से परिवादी द्वारा दिए गए 1.26 लाख रुपए बरामद कर लिए गए। आरोपियों ने इससे पहले सत्यापन के दौरान 68 हजार रुपए पहले ही ले लिए थे।
राजस्थान पुलिस आवासन निर्माण निगम पुलिस मुख्यालय जयपुर द्वारा जारी आदेश के अनुसार 35 क्वार्टरों के निर्माण के बिलों के भुगतान के एवज में परिवादी से चाहर ने स्वयं के लिए दो प्रतिशत एवं वर्मा के लिए एक प्रतिशत और लेखा शाखा के लिए 0.50 प्रतिशत राशि की मांग की गई थी। वर्मा पुलिस मुख्यालय के अधीन पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन में डेपुटेशन पर डीजीएम तकनीक जबकि चाहर संविदा पर पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन में कार्यरत है।
एसीबी महानिदेशक बीएल सोनी के पदभार संभालने के बाद उनके निर्देशन में ब्यूरो की यह पहली बड़ी कार्रवाई सामने आई हैं।