नई दिल्ली। विमान ईंधन की कीमत में राहत और रुपए में सुधार के कारण देश की सबसे बड़ी विमान सेवा कंपनी इंडिगो 30 सितम्बर 2018 को समाप्त तिमाही में नुकसान उठाने के बाद एक बार फिर मुनाफे में लौट आई है।
कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक के बाद आज परिणामों की घोषणा की गई। इसके अनुसार कंपनी ने चालू वित्त वर्ष की पिछले साल 31 दिसंबर को समाप्त तिमाही में 190.89 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया है।
यह 31 दिसंबर 2017 को समाप्त तिमाही के 762.03 करोड़ रुपये के शुद्ध मुनाफे की तुलना में 74.95 प्रतिशत कम है। इससे पहले 30 सितम्बर 2018 को समाप्त तिमाही में कंपनी ने 651.75 करोड़ रुपए का नुकसान उठाया था।
कंपनी ने बताया कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में उसका कुल राजस्व 6,408.95 करोड़ रुपये से 29.40 प्रतिशत बढ़कर 8,229.37 करोड़ रुपये पर पहुँच गया। इसमें 7,916.22 करोड़ रुपये की आमदनी परिचालन से हुई है।
कंपनी ने बताया कि उसके बेड़े में विमानों की संख्या 31 दिसंबर 2017 को 153 थी जो 31 दिसंबर 2018 को बढ़कर 208 पर पहुंच गई।
कंपनी के अंतरिम मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल भाटिया ने परिणामों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि मुश्किल परिस्थितियों में भी हमने 190 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया है और हमारे बेड़े में हर सप्ताह एक विमान बढ़ाते हुए तिमाही के दौरान यात्री क्षमता में 33 प्रतिशत की वृद्धि की है। हम भविष्य में टिकाऊ विकास तथा सतत मुनाफे की ओर बढ़ रहे हैं।