नई दिल्ली। लोकसभा में किसानों के मुद्दे पर विपक्षी दलों के हंगामे के कारण सप्ताह के अखिरी दिन भी आज प्रश्नकाल नहीं चला और अध्यक्ष ओम बिरला को भारी शोर शराबे के बीच सदन की कार्यवाही छह बजे तक स्थगित करनी पड़ी।
बिरला ने प्रश्नकाल शुरू कर जैसे ही सदन की कार्यवाही आरंभ की तो विपक्षी दलों के कई सदस्य हाथों में नारे लिखे तख्तियां लेकर ‘तानाशाही नहीं चलेगी’ जैसे नारे लगाते हुए सदन के बीचोंबीच आ गये और नारेबाजी तथा शोर शराबा करने लगे।
अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों के हंगामे पर ध्यान नहीं दिया और प्रश्नकाल चलाने का प्रयास करने लगे। कुछ देर तक शोर शराबे के बीच प्रश्नकाल चलता रहा। इस बीच अध्यक्ष ने प्रश्न पूछने के लिए विपक्ष के सदस्यों के नाम भी पुकारे लेकिन वे सभी हंगामा करते रहे इसलिए सत्ता पक्ष के सदस्यों ने ही सवाल पूछे और स्वास्थ्य मंत्री ने उनके सवालों का जवाब भी दिया।
हंगामें के बीच प्रश्नकाल चलाना जब कठिन हो गया तो अध्यक्ष ने सदस्यों से कहा कि कोराेना टीकारण पर महत्वपूर्ण प्रश्न चल रहे हैं। प्रश्नकाल महत्वपूर्ण होता है और हम सबको यहां जनता से जुड़े सवाल पूछने के लिए ही भेजा गया है। प्रश्न करना हर सदस्य का अधिकार होता है और यहां पूछे जाने वाले सवालों के प्रति सरकार जवाबदेह होती है इसलिए सभी सदस्य अपनी सीट पर जाकर प्रश्नकाल चलने दें। हंगामा कर रहे सदस्यों पर अध्यक्ष की बात कोई असर नहीं हुआ तो बिरला ने छह बजे तक सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।