सिंगापुर | अमेरिका ने कहा है कि वह चीन के साथ ‘परिणाम लाने वाली’ बातचीत का इच्छुक है लेकिन दक्षिण चीन सागर में की जा रही कार्रवाई से उसकी नीयत पर सवाल खड़े होते हैं।
अमेरिका के रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने शनिवार को यहां कहा कि अगर आवश्यकता पड़ी तो अमेरिका ‘पूरी ताकत’ के साथ जवाब देगा। मैटिस ने सिंगापुर में वार्षिक शांगरी-ला संवाद के अपने संबोधन में यह बात कही। अमेरिका के रक्षा मंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब दक्षिण चीन सागर को लेकर दोनों देशों में तनाव बढ़ा हुआ है। इससे यह भी साफ हो जाता है कि अमेरिका किस तरह से उत्तर कोरिया मामले में चीन के सहयोग और विवादित दक्षिण चीन सागर में उसकी गतिविधियों पर संतुलन बनाने का प्रयास कर रहा है।
मैटिस ने कहा, “दक्षिण चीन सागर में चीन की नीति हमारी नीति के एकदम उलट है। इससे चीन के व्यापक लक्ष्यों पर सवाल खड़े होते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि वह जल्दी ही चीन की यात्रा करेंगे। उन्होंने कहा, “अमेरिका चीन के साथ सकारात्मक और परिणाम लाने वाले संबंधों को आगे बढ़ाने का इच्छुक है लेकिन हम आक्रामकता दिखाने की जरुरत आन पड़ेगी तो पूरी ताकत के साथ जवाब देंगे। अमेरिका दक्षिण प्रशांत में शांति में चीन की भूमिका को स्वीकार करता है।”