नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान नेताओं के द्वारा आपत्तिजनक बोल पर पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने निर्वाचन आयोग पर सवाल उठाए हैं। कुरैशी ने वर्तमान चुनाव आयोग से पूछा है कि दिल्ली प्रचार के दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा के आपत्तिजनक बोल पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई है। कुरैशी के यह आरोप सुनकर वर्तमान मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने भी उनको पलटवार करके जवाब दिया है।
कुरैशी और सुनील अरोड़ा के बीच हुए आरोप-प्रत्यारोप के मामले कम ही देखने में मिलते हैं, दोनों ही सिस्टम पर सवाल उठा रहे हैं। चुनाव आयोग ने पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस.वाई कुरैशी को पत्र लिखकर कहा है कि जब वे चुनाव आयोग के मुखिया थे उस दौरान आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ने पत्र लिखकर विरोध दर्ज कराया
पूर्व निर्वाचन आयुक्त एसवाई कुरैशी ने वर्तमान चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा को नेताओं की बयानबाजी को लेकर पत्र लिखकर विरोध दर्ज कराया है। कुरैशी के इस लेख के खिलाफ चुनाव आयोग ने उन्हें एक पत्र लिखा है और कहा है कि जब वो खुद भी देश के मुख्य चुनाव आयुक्त थे तो ऐसे मामलों में उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की थी। एसवाई कुरैशी 2010 से लेकर 2012 तक देश के मुख्य चुनाव आयुक्त रहे थे। सुनील अरोड़ा इस वक्त देश के मुख्य चुनाव आयुक्त हैं।
चुनाव आयोग ने एसवाई कुरैशी को लिखे पत्र में कहा है चुनाव आयोग 11 फरवरी 2020 से लेकर पिछले 20 सालों में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने पर की गई कार्रवाई की सूची जारी करने जा रहा है। आयोग ने कहा है कि जब आप देश के मुख्य चुनाव आयुक्त थे उस दौरान आचार संहिता उल्लंघन के मामलों और उन पर की गई कार्रवाई की सूची भी इस पत्र के साथ संलग्न है।
निर्वाचन आयोग की ओर से भी कुरैशी पर किया पलटवार
चुनाव आयोग ने कहा कि कुरैशी ने अपने समय में एक भी एफआईआर दर्ज नहीं कराई। दिल्ली चुनाव के दौरान हेट स्पीच देने वाले नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं कराने को लेकर पूर्व चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी की ओर से उठाए गए सवाल का चुनाव आयोग ने जवाब दिया है और कहा कि वह पसंद के मुताबिक कुछ चीजें याद कर रहे हैं और कुछ चीजें भूल रहे हैं।
चुनाव आयोग ने कुरैशी को आईना दिखाते हुए कहा है कि मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में के रूप में उनके सामने चुनाव आचार संहिता के जितने मामले आए, उनमें से एक में भी एफआईआर नहीं हुई। 13 फरवरी को कुरैशी को भेजे जवाब में उप चुनाव आयुक्त संदीप सक्सेना ने उन सभी चुनाव आचार संहिता उल्लंघन मामलों का जिक्र किया जो कुरैशी के कार्यकाल में सामने आए थे। इसमें 9 नोटिस का हवाला दिया गया, जिन्हें उस दौरान जारी किया था।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार