नई दिल्ली। रेसिंग टीम इंडिया इस सप्ताहांत दुबई में एशियन ली मैंस सीरीज के सीजन-ओपनिंग राउंड में अपना पदार्पण करते हुए 24 आवर्स ऑफ़ली मैंस की ओर अपना पहला कदम बढ़ाएगी।
स्टार ड्राइवर्स नारायण कार्तिकेयन, अर्जुन मैनी और नवीन राव के नेतृत्व में पूरा भारतीय दल दुबई ऑटोड्रोम में चार-चार घंटे की दो रेसों से एलएमपी2 कैटेगरी में प्रतिस्पर्धा करेगा। इस प्रयास में जेके टायर भागीदार है, जो तीन दशक से ज्यादा समय से भारत में मोटरस्पोर्ट का सबसे बड़ा सहयोगी है। दुबई के 4 घंटों की दो दौड़ क्रमशः 13 और 14 फरवरी को होगी। उसके बाद यह श्रृंखला चार-चार घंटे की दो रेसों की एक और राउंड के लिए लिये 19 और 20 फरवरी को अबु धाबी के यास मरीना सर्किट पहुंचेगी। अबु धाबी के यस मरीना सर्किट में आ जायेगी।
दुबई में रेसिंग टीम इंडिया अपनी डेब्यू के साथ इंटरनेशनल एंड्यूरेंस रेसिंग में प्रतिस्पर्धा करने वाला पहला दस्ता होगा जिसमें सभी ड्राईवर भारतीय होंगे। अगर इसे जून 2021 में होने वाले 24 हौर्स ऑफ़ ले मैन्स में प्रवेश का निमंत्रण मिल जाता है, तो यह फ्रांस में सर्किट द ला सार्थ (सार्थ सर्किट) में मशहूर चौबीस घंटे के दो एंडूरन्स क्लासिक में भारत का तिरंगा लहराते हुए भाग लेने वाला पहला दस्ता बन जाएगा। इस रेस को मोनैको जीपी और इंडियानापोलिस 500 के साथ-साथ मशहूर मोटर रेसों के ट्राइफेक्टाओं में से एक माना जाता है। यह विश्व की सबसे पुरानी स्पोर्ट्स कार रेस है, जो वर्ष 1923 से हर साल आयोजित हो रही है। इस एक रेस में तय की जाने वाली दूरी फार्मूला-1 की 18 रेसों के बराबर है, इस प्रकार यह मोटरस्पोर्ट की दुनिया में मानव और मशीन का सबसे कठिन परीक्षण है।
पद्मश्री विजेता और भारत के प्रथम फार्मूला वन ड्राइवर नारायण कार्तिकेयन ने कहा, हमारे देश की पहली आल-इंडियन एंड्यूरेंस रेसिंग टीम का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिये अत्यंत गर्व का क्षण है। मैंने विभिन्न तरह के मोटरस्पोर्ट में हमारे देश का झंडा फहराया है, फार्मूला वन से लेकर नेस्कार और सुपरजीटी रेसिंग तक। इससे पहले मैं एक बार ले मैंस में 24 घंटे रेसिंग कर चुका हूँ और वह एक बेहतरीन अनुभव था, जिसे में हमेशा दोहराना चाहूंगा। हालांकि, उसमें एक भारतीय टीम के लिये प्रतिस्पर्धा करने से बेहतर क्या होगा, यह मैं सोच भी नहीं सकता था। अर्जुन, नवीन और मुझे मिलाकर, हमारे पास रेसिंग का अच्छा अनुभव है। हमारा पैकेज टेस्टिंग के समय भी तेज रहा। मुझे यकीन है कि हम अपने पदार्पण में अच्छा परिणाम दे सकते हैं।
एफ2 और यूरोपीयन ली मैंस सीरीज के भूतपूर्व रेसर अर्जुन मैनी ने कहा, सबसे पहले तो रेसिंग में दोबारा आना मेरे लिये अच्छी बात है और एक आल-इंडियन टीम के लिये अपने झंडे को फहराना इस अनुभव को ज्यादा खास बनाता है। 2020 आईएमएसए प्रोटोटाइप चैलेंज के चैम्पियन नवीन राव ने कहा, मेरा पूरा कैरियर स्पोर्ट्स कारों के साथ रेसिंग में गुजरा है और ले मैंस मेरे लिये प्रतियोगिता का शिखर है। मैं लंबे समय से इस प्रसिद्ध आयोजन में ड्राइविंग करने का सपना देख रहा हूँ और जिस देश में मेरी जड़ें हैं, उसका प्रतिनिधित्व करने वाली टीम के लिये ऐसा करने का अवसर पाकर मैं आभारी हूँ।
जेके टायर में मोटरस्पोर्ट प्रमुख संजय शर्मा ने कहा, जेके टायर में हम कई दशकों से भारतीय मोटरस्पोर्ट के पक्के सहयोगी रहे हैं। हमने न केवल घरेलू मोटरस्पोर्ट की एक मजबूत सीढ़ी तैयार की है,बल्कि हमारे सबसे टैलेंटेड युवाओं में से कुछ के इंटरनेशनल रेसिंग कैरियर को सहयोग देने, उनकी पहचान करने और उन्हें निखारने में हम हमेशा से अत्यंत सक्रिय रहे हैं। रेसिंग टीम इंडिया के साथ अब हमारे पास भारतीय मोटरस्पोर्ट के लिये इतिहास रचने का एक अन्य मौका है। हमें यकीन है कि टीम के पास सफल होने के लिये सभी जरूरी चीजें हैं और ले मैंस की रेस वह मौका देगी, जिसकी भारतीय मोटरस्पोर्ट को जरूरत है।