मोंटे कार्लाे। विश्व के नंबर एक खिलाड़ी स्पेन के राफेल नडाल ने क्ले कोर्ट पर अपनी बादशाहत फिर साबित करते हुए जापान के केई निशिकोरी को हरा रिकार्ड 11वीं बार मोंटे कार्लाे मास्टर्स खिताब अपने नाम कर लिया।
शीर्ष वरीय नडाल ने फ्रेंच ओपन से ठीक पहले क्ले कोर्ट खिताब जीतकर एक बार फिर खुद को खिताब का प्रबल दावेदार साबित कर दिया है जहां वह रिकार्ड 10 बार के चैंपियन हैं। स्पेनिश खिलाड़ी ने पुरूष एकल फाइनल में जापानी खिलाड़ी निशिकोरी को लगातार सेटों में 6-3 6-2 से आसानी से पराजित किया।
नडाल ने जहां मोंटे कार्लाे में अपना 11वां खिताब जीता है वहीं वह इस बार रोलां गैरों में भी 11वें खिताब के लिये उतरेंगे। उन्होंने निशिकोरी के खिलाफ मैच में एक घंटे 33 मिनट में लगातार सेटों में जीत दर्ज की और इसी के साथ क्ले कोर्ट पर लगातार 36 सेट जीतने का रिकार्ड भी बना लिया।
स्पेनिश खिलाड़ी का यह रिकार्ड 31वां मास्टर्स खिताब भी है और इसी के साथ उन्होंने चिर प्रतिद्वंद्वी रोजर फेडरर को नंबर वन बनने से वंचित करते हुये अपनी शीर्ष रैंकिंग पर कब्जा मजबूत कर लिया।
जनवरी में आस्ट्रेलियन ओपन क्वार्टरफाइनल में पहुंचने के बाद रिटायर्ड हर्ट होकर बाहर हुए नडाल ने इसी महीने डेविस कप से वापसी की है। वह पैर की चोट से जूझ रहे थे। उन्होंने जीत के बाद कहा कि मैं अपने परिवार और सभी टीम साथियों को धन्यवाद करना चाहता हूं। पिछले पांच महीने चोट के कारण मेरा समय काफी मुश्किल रहा था। लेकिन वापसी करना और ट्रॉफी जीतना हमेशा ही खास होता है। मेरे लिए वर्ष का यह एक बहुत अहम टूर्नामेंट है।
जापान के निशिकोरी को गत वर्ष कलाई की चोट के कारण सत्र का काफी हिस्सा खेल से दूर रहना पड़ा था। उन्होंने मोनाको में तेज़ धूप के बीच मैच में अच्छी शुरूआत की और लगातार चार गेम जीते लेकिन फिर 31 वर्षीय विपक्षी खिलाड़ी ने उन्हें वापसी नहीं करने दी।
नडाल ने ओपनिंग सेट अपने बेहतरीन फोरहैंड से जीता जबकि दूसरे सेट में हाथ आये दो ब्रेक अंकों को भुनाते हुये मैच और खिताब अपने नाम कर लिया। लेकिन हार के बावजूद विश्व के 36वें नंबर के खिलाड़ी निशिकोरी ने फाइनल तक पहुंचकर अपनी फिटनेस साबित की। नडाल और निशिकोरी अब सोमवार से शुरू हो रहे बार्सिलोना ओपन में खेलने उतरेंगे।