जयपुर। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि राफेल विमान खरीद घोटाले का सच जनता के सामने केवल संयुक्त संसदीय समिति के द्वारा जांच किए जाने के पश्चात् ही उजागर हो सकता है।
हुड्डा ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में राफेल सौदे की जांच जेपीसी से कराने की मांग को दोहराते हुए कहा कि केवल जेपीसी ही इस घोटाले से जुड़े सभी पहलुओं की जांच करने हेतु व्यक्तियों और दस्तावेजों को तलब कर सकती है।
हुड्डा ने कहा कि 14 दिसम्बर के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश में वर्णित है कि कोर्ट द्वारा विमान के मूल्य, विशेषताएं एवं तकनीकी उपयोगिता के संदर्भ में कोई फैसला नहीं लिया जा सकता क्योंकि उच्चतम न्यायालय का न्याय क्षेत्र सीमित है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने राफेल विमान के मूल्य को लेकर प्रश्न उठाए हैं तथा राफेल सौदे में भ्रष्टाचार, विमान की कीमत, उपकरण की विशिष्टता, पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने संबंधी आरोप सरकार पर लगाए है जिसकी जांच हेतु सुप्रीम कोर्ट उपयुक्त मंच नहीं है।
क्योंकि सुप्रीम कोर्ट द्वारा सभी फाइल नोटिंग मंगवाकर जांच नहीं की जा सकती और प्रधानमंत्री एवं रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों सहित गवाहों को शपथ पत्र पेश करने हेतु तलब नहीं किया जा सकता और ना ही अन्य कोई सबूत स्वीकार किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि यह कार्य केवल जेपीसी द्वारा ही किया जा सकता है, इसीलिए कांग्रेस पार्टी निरन्तर जेपीसी जाँच की मांग कर रही है।