अहमदाबाद। अनिल धीरूभाई अंबानी समूह की कंपनी गुजरात के पीपावाव स्थित रिलायंस नवल एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड (पूर्ववर्ती रिलायंस डिफेंस) ने राफेल सौदे को लेकर छपे एक लेख के सिलसिले में कांग्रेस का मुखपत्र कहे जाने वाले नेशनल हेराल्ड के प्रकाशक द एसोशिएटेड जर्नल्स लिमिटेड, मुख्य संपादक जफर आगा तथा लेख के रिपोर्टर विश्वदीपक के विरूद्ध यहां एक अदालत में 5000 करोड़ रूपए की मानहानि का मुकदमा दायर किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राफेल विमान सौदे की घोषणा से कुछ ही दिन पूर्व कथित तौर पर कंपनी का गठन किए जाने से संबंधित इस लेख को नेशनल हेराल्ड ने पिछले दिनों प्रकाशित किया था।
इसमें बताया गया है कि कंपनी को 28 मार्च 2015 को मोदी के उसी साल अप्रेल के फ्रांस दौरे से कुछ ही दिन पहले मात्र पांच लाख की चुकता पूंजी से बनाया गया था।
यहां दीवानी एवं सत्र अदालत के जज पी तमाकूवाला की अदालत में कल दायर इस मुकदमें में कहा गया है कि इस लेख से कंपनी की प्रतिष्ठा को भारी नुकसान हुआ है। कंपनी इस लेख के तथ्यों को पूरी तरह झुठलाती है और इसके प्रकाशकों के खिलाफ पांच हजार करोड़ रूपए के मानहानि का दावा करती है। अदालत ने इस संबंध में संबंधित पक्षों को नोटिस जारी कर सुनवाई की अगली तिथि सात सितंबर तय की है।