पटना। राष्ट्रीय जनता दल के कद्दावर नेता डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह के पार्टी छोड़ने की खबर के बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने उन्हें मनाने के लिए भावनात्मक चिट्ठी लिख कर चार दशक पुराने संबंधों का हवाला देते हुए पूरे अधिकार के साथ कहा कि आप कहीं नहीं जा रहे हैं, समझ लीजिए।
लालू प्रसाद यादव ने रांची के जेल से गुरुवार को एक भावनात्मक चिट्ठी डॉ. सिंह के नाम लिखी है, जिसमें कहा है कि प्रिय रघुवंश बाबू, आपके द्वारा कथित तौर पर लिखी एक चिट्ठी मीडिया में चलाई जा रही है। मुझे तो विश्वास ही नहीं होता। अभी मेरे परिवार और मेरे साथ मिलकर रहिए। राजद परिवार आपको शीघ्र स्वस्थ होकर अपने बीच देखना चाहता है।
राजद प्रमुख यादव ने पूरे अधिकार के साथ आगे लिखा है कि चार दशकों में हमने हर राजनीतिक, सामाजिक और यहां तक कि पारिवारिक मामलों में मिल-बैठकर ही विचार किया है। आप जल्द स्वस्थ हों, फिर बैठ के बात करेंगे। आप कहीं नहीं जा रहे हैं, समझ लीजिए। आपका लालू प्रसाद।
इससे पहले फेफड़े में संक्रमण के कारण दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के आईसीयू में भर्ती डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह ने वहीं से राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को पत्र लिखकर पार्टी छोड़ने की जानकारी दी। उन्होंने पत्र में कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर के निधन के बाद 32 वर्षों तक आपके पीठ पीछे खड़ा रहा लेकिन अब नहीं। पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं और आम जनों ने बड़ा स्नेह दिया, मुझे क्षमा करें।
गौरतलब है कि पूर्व सांसद रामा सिंह को राजद में लाए जाने की चर्चा के बाद से ही डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह नाराज थे। लालू प्रसाद यादव ने भी उन्हें मनाने की कोशिश की, इसी बीच यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव ने डॉ. सिंह को लेकर विवादास्पद बयान दे दिया था कि ‘एक लोटा समुद्र से निकल जाए तो कोई फर्क नहीं पड़ता।’ ऐसा समझा जाता है कि डॉ. सिंह इससे काफी क्षुब्ध थे और अपमानित महसूस कर रहे थे। अंत में उन्होंने पार्टी छोड़ने का निर्णय लिया। डॉ. सिंह फिलहाल एम्स में अपना इलाज करा रहे हैं।