नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने असम के पाथेर कांड विधानसभा क्षेत्र में सरकारी गाड़ी खराब होने के कारण उसमें रखी इलेक्ट्रॉनिक मतदान मशीन-ईवीएम को भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार की गाड़ी से नियत स्थान पर पहुंचाने की खबर को लेकर भाजपा और चुनाव आयोग की नीयत पर सवाल उठाए और कहा कि आयोग को अपनी निष्पक्षता को लेकर सफाई देनी चाहिए।
गांधी ने इस पर व्यंग्य करते हुए ट्वीट किया, चुनाव आयोग की गाड़ी ख़राब, भाजपा की नीयत ख़राब, लोकतंत्र की हालत ख़राब।
वहीं वाड्रा ने इस घटनाक्रम पर सवाल उठाया और कहा क्या स्क्रिप्ट है। चुनाव आयोग की गाड़ी खराब हुई, तभी वहां एक गाड़ी प्रकट हुई। गाड़ी भाजपा के प्रत्याशी की निकली। मासूम चुनाव आयोग उसमें बैठ कर सवारी करता रहा।
उन्होंने आगे कहा प्रिय चुनाव आयोग, माजरा क्या है? आप देश को इस पर कुछ सफाई दे सकते हैं? या हम सब मिलकर बोलें चुनाव आयोग की निष्पक्षता को वनक्कम।
इससे पहले भी वाड्रा ने एक और ट्वीट किया जिसमें उन्होंने कहा कि हर समय चुनाव के दौरान ईवीएम को निजी वाहन से ले जाने का वीडियो आता है और वाहन अक्सर भाजपा उम्मीदवार या उसी से संबंधित व्यक्ति का होता है। भाजपा फिर अपनी मीडिया मशीनरी का इस्तेमाल इस वीडियो का खुलासा करने वालों के खिलाफ करती है। सच्चाई यह है। इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं लेकिन उनको लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जाती। चुनाव आयोग को इस तरह की शिकायतों पर कार्रवाई करनी चाहिए।
कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी आयोग को कटघरे में खड़ा किया और कहा कि ऐसी धांधली कई जगह देखने को मिलती है। उन्होंने कल की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि असम में दूसरे चरण के मतदान के बाद भाजपा उम्मीदवार कृष्णेन्दु पॉल की कार में ईवीएम मिली है। सवाल है क्या भाजपा की गाड़ी से ईवीएम ले जानी चाहिए थे।