भोपाल। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर कहा है कि इसके लिए किसी का ठेका नहीं लगेगा। जीतने वाले को टिकट दिया जाएगा।
गांधी ने सोमवार को भोपाल में रोड शो के बाद भेल दशहरा मैदान में कार्यकर्ताओं से संवाद में प्रश्न-उत्तर सत्र के दौरान एक कार्यकर्ता के सवाल के जवाब में यह बात कही। कार्यकर्ता ने पूछा था कि टिकट सर्वे के अनुसार बंटेंगे या नेता आपस में बांट लेंगे।
गांधी ने उसका उत्तर देते हुए कहा कि टिकट के लिए कार्यकर्ताओं, ब्लॉक एवं जिला पदाधिकारियों से बात की जाएगी। पहले जैसा सिस्टम होता था, वह नहीं होगा। किसी नेता का ठेका नहीं लगेगा। केवल जमीनी और जीतने वाले कार्यकर्ता को टिकट दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कही बात को दोहराते हुए कहा कि पैराशूट से आने वालों को टिकट नहीं मिलेगा।
मध्यप्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में गुजरात और कर्नाटक जितना समय देने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि जब भी उन्हें यहां बुलाया जाएगा, वे आ जाएंगे।
मोदी सरकार केवल 15-20 उद्योगपतियों के लिए काम कर रही
इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्र सरकार और भाजपा पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी सरकार केवल 15-20 बड़े उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है।
गांधी ने यहां लगभग साढ़े तीन घंटे के रोड शो के बाद भेल दशहरा मैदान में प्रदेश भर से आए कांग्रेस कार्यकर्ताओं से संवाद करते हुए राफेल सौदे, गैर निस्पादित आस्तियां (एनपीए), नोटबंदी, वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) आदि को लेकर केंद्र सरकार पर आरोप लगाए।
गांधी ने एनपीए की चर्चा करते हुए आरोप लगाया कि पिछले साल मोदी सरकार ने देश के 15 उद्याेगपतियों का डेढ़ लाख करोड़ रुपए का कर्जा माफ कर दिया। वो पांच हजार रुपए के कर्जदार किसान को चोर कहते हैं, लेकिन हजारों करोड़ का ऋण वापस नहीं करने वाले विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चौकसी उनके दोस्त हैं। उन्होंने वादा किया कि कांग्रेस की सरकार बनने पर किसानों के कर्ज माफ किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि साढ़े 12 लाख करोड़ का एनपीए है। आपका पैसा माल्या जैसों की जेब में जा रहा है। माल्या लंदन भागने के पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिला, फिर भी उसे भाग जाने दिया गया। केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय को इसकी जानकारी नहीं दी गई। उसके लुकआउट नोटिस में किसने बदलाव कराया। जेटली के ‘बॉस’ ने माल्या को भागने में मदद की।
गांधी ने राफेल सौदे में मोदी पर सीधे हमला करते हुए कहा कि उन्होंने इसका ठेका हिंदुस्तान एरोनाॅटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से छीनकर अपने दोस्त उद्योगपति अनिल अंबानी को दे दिया। अंबानी पर बैंकों का 45 हजार करोड़ रुपए का कर्जा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि ठेका देने के पहले मोदी ने केबिनेट और रक्षा मंत्री तक से नहीं पूछा। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन ने जो विमान का सौदा 526 करोड़ रुपए में किया था, वह 1600 करोड़ रुपए में खरीदा जा रहा है।
गांधी ने नोटबंदी काे सबसे बड़ा स्कैम बताते हुए कहा कि इसमें सत्ता पक्ष ने अपने करीबियों का काला धन सफेद करवाया। एक भी बड़ा उद्योगपति बैंक की लाइन में नहीं लगा, केवल आम जनता को परेशानी हुई।
जीएसटी को फिर गब्बर सिंह टैक्स निरूपित करते हुए उन्होंने कहा कि इससे भी देश के 15 बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाया गया। आपका पैसा निकालकर उनकी जेब में पहुंचाया गया।
श्री गांधी ने कार्यकर्ताओं से पूछा कि मोदी ने वादा किया था कि सबको 15 लाख रुपए मिलेंगे, दो करोड़ रोजगार देंगे, कुछ मिला क्या।
संवाद कार्यक्रम में 15 हजार से ज्यादा कार्यकर्ता मौजूद थे। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, प्रदेश चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित अनेक वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।
रोड शो के दौरान राहुल ने पी चाय, भगवान विश्वकर्मा की पूजा की