जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां ने कहा है कि चीन को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बारे में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा की गई टिप्पणी अमर्यादित एवं अशोभनीय है इसके लिए राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए।
पूनियां ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि चीन को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बारे में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा की गई टिप्पणी अमर्यादित एवं अशोभनीय है, जिसे जायज नहीं ठहराया जा सकता। राहुल गांधी को इतिहास के बारे में अल्प जानकारी है, उनको अपने नाना नेहरू का इतिहास याद नहीं है, जब वह देश के प्रधानमंत्री थे तब उन्होंने हिन्दी-चीनी भाई-भाई का नारा दिया था, बावजूद चीन ने भारतीय जमीन पर कब्जा कर लिया था और तत्कालीन नेहरू की सरकार कुछ नहीं कर पाई।
वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में न केवल देश पूरी तरह सुरक्षित है बल्कि बुनियादी एवं वैचारिक मुद्दों के समाधान से दुनियाभर में भारत का स्वाभिमान बढ़ा है और देश का हर वर्ग केन्द्र सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों से आत्मनिर्भर बन रहा है।
पूनियां ने कहा कि राहुल गांधी प्रदेश के दौरे पर हैं उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनाव में कहा था कि कांग्रेस की सरकार बनने के 10 दिन के अन्दर किसानों की सम्पूर्ण कर्जमाफी करेंगे, लेकिन सवा दो साल के शासन में अभी तक यह वादा पूरा नहीं किया है।
राहुल और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने झूठ बोलकर राज्य के किसानों को ठगने का काम किया है। राहुल गांधी ने झूठ बोलकर किसानों को धोखा दिया। राज्य के 59 लाख किसानों का 99 हजार करोड़ रूपए का कर्जा माफ होना बाकी है।
बीजेपी के स्टार प्रचाररक है राहुल गांधी
पूनियां ने राहुल गांधी के प्रदेश दौरे पर चुटकी ली और कहा कि वे तो बीजेपी के स्टार प्रचाररक है, जहां-जहां जाते हैं भाजपा के लिए सहुलियत पैदा करते हैंं। हमने भी उनके इस दौरे का स्वागत किया। लोगों को भी उनके दौरे का बड़ा बेसब्री से इंतजार था कि कुछ अच्छा मनोरंजन होगा, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ।
पूनियां ने कहा कि सूरतगढ़ हवाई अड्डे पर कई घण्टे तक भीड़ के नाम पर मनरेगा श्रमिक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्कूल के बच्चों को ले जाया गया, वहां आमजन मौजूद नहीं था और न ही किसान। पीलीबंगा किसान महापंचायत में भीड़ के नाम पर जुगाड़ करके रैली की गई, जिसमें कांग्रेस ने राहुल गांधी को अवतार बनाने की कोशिश की।
राहुल की रैली में मंच पर कांग्रेसी नेताओं के दिल मिले, न ही नजरें मिली। विग्रह मंच एवं बाहर दोनों जगह है और खाट भी टूट गई। राज्य में कांग्रेस के हालात देखकर स्पष्ट है कि सरकार और संगठन दोनों के अन्दर विग्रह है। इनके संगठन की नीचे तक की इकाईयां पूरी तरह कमजोर हैं।