शुजालपुर । कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कहा कि नोटबंदी के कारण देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ टूट गयी है, लेकिन उनकी पार्टी की आेर से घोषित ‘न्याय’ योजना के जरिए पूरे देश की अर्थव्यवस्था फिर से पटरी पर आएगी।
गांधी ने देवास संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाले शुजालपुर में चुनावी सभा को संबोधित किया। इस अवसर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मौजूद थे। गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने पूरा होमवर्क करने के बाद ‘न्याय’ योजना की घोषणा की है, जिसके जरिए एक वर्ष में पांच करोड़ परिवारों यानी 25 करोड़ लोगों को प्रति परिवार के मान से 72 हजार रुपए सीधे बैंक खाते में पहुंचाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह राशि प्रत्येक परिवार में किसी एक महिला के खाते में सीधी भेजी जाएगी।
गांधी ने कहा कि न्याय योजना का आइडिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण सुनने के बाद उनके मन में आया। श्री मोदी के लिए प्रत्येक व्यक्ति के खाते में 15 लाख रूपए पहुंचाना जुमला था, लेकिन कांग्रेस ने इसी के आधार पर गरीबों के खाते में पैसे पहुंचाने का विचार बनाया और अर्थशास्त्रियों की टीम की मदद से इस पर पूरा होमवर्क करने के बाद घोषणा की गयी।
गांधी ने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आते ही इस पर क्रियान्वयन शुरू होगा और यह देश की अर्थव्यवस्था को वापस पटरी पर लाने में मददगार साबित होगी। उन्होंने कहा कि मोदी द्वारा नोटबंदी के कारण देश के प्रत्येक व्यक्ति की जेब से पैसा निकल गया। इस वजह से देश में बेरोजगारी बढ़ी। अब न्याय योजना के जरिए पैसे वापस गरीबों की जेब में जाएगा। उनकी क्रयशक्ति बढ़ेगी और इस वजह से रोजगार बढ़ेंगे और बाजार के हालात सुधर जाएंगे।
गांधी ने कहा कि दरअसल आम लोगों की क्रय शक्ति बेहतर होने पर ही बाजार ठीक रहते हैं और देश की अर्थव्यवस्था सुधरती है। इसी सिद्धांत को ध्यान में रखकर न्याय योजना की घोषणा की गयी है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने नोटबंदी के जरिए पैसा आम लोगों से लेकर देश के कुछ गिनेचुने लाेगों को दे दिया। कांग्रेस गरीबों की जेब में पैसा डालने में विश्वास करती है।