वालोद। कांग्रेस अध्यक्ष्र राहुल गांधी ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केवल अडानी-अंबानी जैसे उद्योगपतियों के चौकीदार हैं और अब उन्होंने स्वयं भी किसानों और गरीबों का चौकीदार बनने का मन बना लिया है।
गांधी ने आज गुजरात के तापी जिले और बारडोली लोकसभा क्षेत्र के वालोद के वाजीपुरा में एक चुनावी सभा के दौरान कहा कि वह किसानों के चौकीदार बन गये हैं और मोदी को चुनौती देते हैं कि अनिल अंबानी को लेकर आए और उनसे मुकाबला करें। उन्हें दो मिनट में ही देश के किसानों की ताकत का अंदाजा हो जाएगा।
गांधी ने आरोप लगाया कि नोटबंदी के दौरान मोदी ने अंबानी और अडानी जैसे अपने उद्योपगति मित्रों का काला धन सफेद करने के लिए ही 500 और 1000 के नोट रद्द कर 2000 के गुलाबी नोट चला दिया। उन्होंने लोगों से तकलीफ सहने की बात कही और उनके पास से छोटे छोटे पैसे छीन लिए, ईमानदार लोगों को बैंकों के सामने लाइन में लगा दिया और छोटे नोट बंद कर 2000 का बड़ा गुलाबी नोट इसलिए चला दिया कि अंबानी और अडानी इसके जरिये अपना काला धन आसानी से बदल सकें। इस काम में उन्हें कोई तकलीफ न हो।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश के पांच करोड़ सबसे गरीब परिवारों को सालाना 72 हजार रूपए देने की उनकी पार्टी की न्याय योजना गरीबी पर एक वार तथा सर्जिकल स्ट्राइक है। इसको चुनाव जीतने पर तुरंत लागू किया जाएगा। इसके जरिये गरीबी को समाप्त कर दिया जाएगा।
उन्हाेंने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने तीन बड़े वादे- दो करोड युवाओं को हर साल रोजगार देने, सबके खाते में 15 लाख रूपए डालने और किसानों को फसल की बेहतर कीमत दिलाने के बारे में किए थे।
गांधी ने कहा कि भले ही 15 लाख रूपए वाला वादा झूठा था पर उन्होंने कांग्रेस के अर्थशास्त्रियों और थिंक टैंक से पूछा था कि कितना पैसा देश के सबसे गरीब पांच करोड़ परिवारों को दिया जा सकता है तो उन्होंने यह रकम 72000 बताई।
यह मोदी सरकार की नोटबंदी और जीएसटी योजना जिनके चलते लोगों की जेब से पैसा निकल गया और खरीददारी वगैरह रूकने से फैक्टरियां बंद हो गई, के उलट बंद अर्थव्यवस्था काे चालू करने में मदद करेगा पैसा लोगों के खाते में डालने से वह खरीददारी शुरू करेंगे जिससे छोटे व्यवसायी ओर फैक्ट्रियों का कारोबार फिर से चल निकलेगा। इससे नौकरियां भी मिलेंगी।
गांधी ने दोहराया कि न्याय योजना तथा किसानों की कर्ज माफी के लिए पैसे की उपलब्धता का सवाल खड़ा करने वाले प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने 10 से 15 बड़े उद्योगपतियों का साढे़ तीन लाख करोड़ का कर्ज माफ कर दिया पर किसानों का रिण माफ नहीं किया। कांग्रेस ने अपने शासित राज्यों में ऐसा कर दिखाया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि फसल बीमा योजना से भी अनिल अंबानी और अन्य बड़े उद्योगपतियों को फायदा हुआ है। उनकी सरकार बनने पर किसानों के लिए अलग बजट बनाया जाएगा तथा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसानों को कर्ज अदायगी न करने के कारण जेल न जाना पड़े।
गांधी ने कहा कि एक तरफ अनिल अंबानी, नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और विजय माल्या जैसे अरबपति बैंकों का बड़ा कर्ज पचा जाने के बावजूद जेल में नहीं है और लंदन में आनंद उठा रहे हैं तो दूसरी तरफ 20 हजार रूपए जैसी छोटी रकमों के लिए किसानों को जेल में डाला जा रहा है। यह गलत है। या तो मोदी पहले अनिल अंबानी को भी जेल में डाले या किसी को नहीं। कांग्रेस सरकार बनने पर किसानों को कर्ज के चलते जेल नहीं जाना पड़ेगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि खुद को चौकीदार कहने वाले मोदी असल में अंबानी और अडानी जैसे उद्योगपतियों के चौकीदार हैं जिन्हे वह सारे संसाधन दे रहे हैं। वह दो तरह का भारत बनाना चाहते हैं। एक 15 से 20 सबसे अमीरों के लिए आसानी से उपलब्ध सभी सुविधाओं वाला और दूसरा जिसमें आम आदमी के लिए बच्चों की पढ़ाई और इलाज भी बेहद महंगे हों। कांग्रेस दो भारत नहीं बनने देगी।
गांधी ने दोहराया कि मोदी ने खुद पहल कर राफेल विमान सौदा अपने मित्र उद्योगपति अनिल अंबानी को दिलाया और उन्हें 30 हजार करोड़ का फायदा पहुंचाया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह मोदी की तरह झूठे वादे नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं झूठ नहीं बोलूंगा कि 15 लाख रूपए खाते में डालूंगा। अगर उतना डाला तो अर्थव्यवस्था नष्ट हो जाएगी पर उतना जरूर डालूंगा जिससे ऐसा नहीं हो।
मैं दो करोड़ रोजगार की बात नहीं करूंगा पर 22 लाख सरकारी नौकरियां हैं वह हम देंगे। पंचायतों में दस लाख रोजगार दिए जा सकते हैं। किसानों की मदद हो सकती है कर्ज माफ किया जा सकता है। सरकार जीएसटी को भी सरल बना देगी।