नई दिल्ली। राहुल गांधी ने आज यह स्पष्ट करने के बाद कि वह कांग्रेस अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा किसी भी हालत में वापस नहीं लेंगे, अपने हैंडल टि्वटर में परिचय कालम सेे अध्यक्ष पद हटा दिया। उन्होंने अपने परिचय में अब अध्यक्ष पद की जगह ‘कांग्रेस सदस्य’ तथा ‘सांसद’ लिखा है।
इस बीच सूत्रों के अनुसार गांधी के इस्तीफे पर अड़े रहने के मद्देनजर पार्टी में नए अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए गतिविधियां तेज हो गई हैं और वरिष्ठ नेता एवं कार्यसमिति के सदस्य मोती लाल वाेरा को अंतरिम अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
सूत्राें का कहना है कि अध्यक्ष पद के लिए पूर्व केन्द्रीय मंत्रियों सुशील कुमार शिंदे तथा मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम पर विचार किया जा सकता है।
गांधी ने गत 25 मई को कांग्रेस की सर्वाेच्च नीति नियामक इकाई कार्य समिति की बैठक में लोकसभा चुनाव की हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया था और कार्य समिति से नया अध्यक्ष चुनने को कहा था। कार्य समिति ने उनके इस्तीफे की पेशकश को अस्वीकार करते हुए उनसे पार्टी संगठन में आमूल चूल परिवर्तन करने का अनुरोध किया था।
इसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने गांधी से इस्तीफे पर जोर नहीं देने का लगातार अनुरोध किया। पार्टी के करीब 150 पदाधिकारियों ने विभिन्न पदों से इस्तीफे भी दिए। गत सोमवार को कांग्रेस शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियोंं ने उनसे एक साथ मुलाकात कर पद पर बने रहने का अनुरोध किया था लेकिन वह अपने इस्तीफे पर अड़े रहे।
राहुल के इस्तीफे से कांग्रेस में निराशा
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे की घोषणा के बाद पार्टी नेताओं में निराशा का माहौल हैं और उन्हें अब भी उम्मीद है कि गांधी अपने निर्णय पर पुनर्विचार करेंगे।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि गांधी को अपने इस्तीफे की घोषणा पर पुनर्विचार करना चाहिए और पार्टी हित में पद पर बना रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक चुनाव में हार गांधी के नेतृत्व को परिभाषित नहीं कर सकता है। गांधी का खुद को इस हार के लिए जिम्मेदार ठहराना उचित नहीं है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता मोती लाल वोरा ने कहा कि गांधी को अपने निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब से गांधी ने पार्टी की कमान संभाली है उन्होंने इसे मजबूत बनाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोडी। वोरा को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष बनाए जाने की भी अटकलें हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन ने कहा कि गांधी इस्तीफा देने के बाद भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की आवाज बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि गांधी ने सही निर्णय लिया है और हम उनका समर्थन करते हैं।
सलमान खुर्शीद ने कहा कि गांधी भले ही अध्यक्ष नहीं रहें लेकिन वह हमारे नेता रहेंगे ही। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी अब कांग्रेस अध्यक्ष नहीं हैं लेकिन वह हमारी नेता हैं।
पुड्डुचेरी के मुख्यमंत्री तथा वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने भी गांधी को पद पर बने रहने का आग्रह किया है। महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष शोभा ओझा ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता तथा नेता चाहते हैं कि गांधी ही पार्टी अध्यक्ष पद पर बने रहें।