रायपुर। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार शाम दुर्ग से रायपुर विमानतल तक लगभग 55 किलोमीटर लम्बा रोड शो किया, इस दौरान उनका जोरदार स्वागत किया गया।
गांधी का रोड शो उनके दुर्ग में बूथ कार्यकर्ताओं के संभागीय सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद दोपहर बाद लगभग तीन बजे शुरू हुआ। गांधी रोड शो के लिए तैयार विशेष वाहन में सवार होकर निकले। इसमें लोगों के अभिवादन के लिए लिफ्ट से ऊपर पहुंचने एवं सम्बोधन की भी व्यवस्था थी। इसी वाहन का उन्होंने हाल ही में सम्पन्न कर्नाटक चुनाव में इस्तेमाल किया था।
गांधी ने राजधानी में वाहन में खड़े होकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। सड़क के दोनों किनारे खड़े आम लोगों ने गांधी का हाथ हिलाकर जबकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारे लगाकर अभिवादन किया। गांधी ने भी मुस्कराते हुए उऩ्हें हाथ हिलाकर अभिवादन का जवाब दिया। दुर्ग से लेकर रायपुर एवं विमानतल तक कई जगहों पर कांग्रेस नेताओं ने स्वागत के लिए मंच बनाकर रखे थे, लेकिन सुरक्षा कारणों से वह पूर्व निर्धारित स्थानों पर ही मंचों पर पहुंचे।
गांधी के साथ रोड शो में पार्टी के राज्य प्रभारी पीएल पुनिया के साथ ही प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल, राज्य चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष डा. चरणदास महंत एवं नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव वरिष्ठ नेता भी थे। रोड शो के काफिले में कांग्रेस के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं का हुजूम भी था।
लगभग तीन घंटे का रोड शो कर राजधानी रायपुर में प्रवेश करते ही गांधी पार्टी कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा के दिवंगत छोटे भाई वरिष्ठ पत्रकार स्वं गोविन्द वोरा के निवास पर जाकर शोक संवेदना व्यक्त की। गांधी ने कोषाध्यक्ष वोरा, दिवंगत वोरा की पत्नी प्रकाश वोरा एवं उनके पुत्रों गिरीश वोरा एवं राजीव वोरा से मिलकर उऩ्हे सांत्वना दी। इसके बाद रोड शो पर आगे रवाना हुए।
लगभग 55 किलोमीटर के रोड शो को पूरा करने में गांधी को चार घंटे से अधिक लग गए। गांधी का रोड शो का जुलूस राजधानी रायपुर से होता हुआ माना विमानतल पहुंचा, जहां से वह दिल्ली के लिए रवाना हो गए। दुर्ग से लेकर माना विमानतल तक के 55 किलोमीटर लम्बे मार्ग को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी के झंडे, बैनर एवं होल्डिंग से पाट दिया था।
कुछ स्थानों पर गांधी के कटआउट भी लगाए गए थे। रोड शो के दौरान सुरक्षा के काफी कड़े बन्दोबस्त थे। रास्ते में पड़ने वाले सभी बाजारों चौराहों आदि पर बेरीकेंटिग भी की गई थी।
गांधी का इस रोड शो के साथ ही छत्तीसगढ़ का दो दिवसीय दौरा सम्पन्न हो गया। गांधी गुरुवार सुबह रायपुर पहुंचे थे। उन्होंने यहां पार्टी द्वारा आयोजित चार राज्यों के पंचायत प्रतिनिधियों के सम्मेलन को सम्बोधित किया, उसके बाद वह सीतापुर (सरगुजा) एवं कोटमी(बिलासपुर) में आदिवासी सम्मेलनों में शामिल हुए। उन्होंने शुक्रवार को बिलासपुर एवं दुर्ग में संभाग स्तरीय बूथ कार्यकर्ताओं के सम्मेलनों को सम्बोधित किया।