नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया उनके मित्र हैं जो भले ही अपने राजनीतिक भविष्य के भय से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं लेकिन सिंधिया को वहां चैन और संतुष्टि नहीं मिलेगी।
गांधी ने गुरुवार को संसद भवन परिसर में पत्रकारों के सवाल पर कहा कि निश्चित रूप से सिंधिया उनके मित्र हैं इसलिए वह उन्हें अच्छी तरह से जानते हैं। सिंधिया को बखूबी मालूम है कि एक तरफ कांग्रेस की विचारधारा है और दूसरी तरफ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ-आरएसएस की विचारधारा है। ज्योतिरादित्य को अपने राजनीतिक भविष्य का डर लग गया था इसलिए विचारधारा को उन्होंने अपनी जेब में रख दिया था।
उन्होंने कहा मुझे मालूम है कि सिंधिया वहां अच्छा महसूस नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि वहां उनको न सम्मान मिलेगा और ना ही उनको संतुष्टि मिलेगी। वह मेरे पुराने मित्र हैं और यह बात सही है लेकिन मैं जानता हूं कि ज्योतिरादित्य के दिल में कुछ है और उनके सामने राजनीतिक परिस्थितियां कुछ और हैं।