नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की हार के कारणों की पड़ताल करने गई पार्टी की टीम वहां गहन जांच में जुट र्गइ है।
कांग्रेस अध्यक्ष की परंपरगत सीट से उनके हार के कारणों का पता लगाने के लिए पार्टी ने 30 मई को दो सदस्यीय दल गठित किया था और उन्हें तत्काल अमेठी जाने को कहा था।
दल के दोनों सदस्य केएल शर्मा तथा जुबेर खान ने शुक्रवार को जिला कांग्रेस समिति के कई नेताओं से इस संबंध में मुलाकात की।
टीम के सदस्य अमेठी लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले सभी नौ विधानसभा क्षेत्रों में जाकर कांग्रेस नेताओं से बातचीत करेंगे। जांच दल अगले सप्ताह तक रिपोर्ट दे सकता है।
जांच दल के सदस्य केएल शर्मा ने बताया कि गौरीगंज में उन्होंने कई लोगों से बातचीत की है और कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। गौरीगंज में लोगों से बातचीत करने के बाद अब जांच दल तिलोई में लोगों से संपर्क करेगा और कुछ नए सवालों के साथ कार्यकर्ताओं से बातचीत करेगा।
अमेठी लोकसभा क्षेत्र से गांधी की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अमेठी के जिला कांग्रेस अध्यक्ष योगेंद्र मिश्र ने सबसे पहले पद छोड़ने की घोषणा की थी। उसके बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर तथा अन्य कई प्रदेशों के अध्यक्षों तथा पदाधिकारियों ने पद छोड़ने का एलान किया था।
लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की स्मृति ईरानी ने गांधी को 55 हजार मतों से पराजित किया था। पिछली बार भी उन्होंने गांधी को कड़ी टक्कर दी थी और उनकी जीत का अंतर 2009 के 3.70 लाख मतों की तुलना से घटकर करीब 1.5 लाख रह गया था। गांधी ने पहली बार 2004 में अमेठी से लोकसभा का चुनाव जीता था।