गुवाहाटी। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से नागरिकता संशोधन कानून पर दस लाइन और विरोध में दो लाइन बोलने को कहा।
नड्डा ने असम में पार्टी की बूथ स्तर की बैठक में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंंने कहा कि वे (कांग्रेस) कहते हैं कि पासपोर्ट और आधार कार्ड मांगे जाएंगे। यह सीएए के बारे में उनकी अज्ञानता है। हम सीएए के माध्यम से नागरिकता दे रहे है न कि किसी की नागरिकता छीन नहीं रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सीएए केवल उन लोगों को नागरिकता दे रहा है जो कांग्रेस के कार्यकाल से ही यहां रह रहे हैं। सीएए के दायरे में नए लोगों को नहीं लाया गया है। हम उन लोगों को यहां रहने की अनुमति दे रहे हैं जो पहले से ही यहां रह रहे हैं।
नड्डा ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि आप सीएए से अनभिज्ञ हैं। आपके लिए वोट देश के ऊपर है लेकिन हमारे लिए देश वोट और राजनीति से ऊपर है।
भाजपा नेता ने कहा कि अफगानिस्तान में पहले 50 हजार सिख थे। अब उनकी संख्या घटकर दो हजार रह गई है। पाकिस्तान में 23 प्रतिशत हिन्दू थे लेकिन अब वहां महज तीन प्रतिशत हिन्दू रह गये हैं। आखिर 20 प्रतिशत हिन्दू कहां गए।
बांग्लादेश की कुल आबादी में 23 प्रतिशत हिन्दू थे लेकिन अब वहां सिर्फ तीन प्रतिशत ही हिन्दू बचे हैं। वे कहां गए। नड्डा ने कहा कि सीएए ऐसे लोगों को सम्मान से जीने की मार्ग प्रशस्त करता है।
नड्डा ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था कि जिन्हें पाकिस्तान में रहने में परेशानी हो रही है वे भारत आएं और भारत सरकार उनकी व्यवस्था करेगी। प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु ने भी कहा था कि पाकिस्तान में प्रताडित लोगों को सहायता करना भारत सरकार की जिम्मेदारी है।