नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ‘ॐ शांति:’ का मंत्रोच्चार करते हुए शुक्रवार को कैलास मानसरोवर यात्रा पर रवाना हो गए। गांधी ने 14 दिन की यात्रा पर निकलने से पहले राफेल सौदे पर सरकार को घेरते हुए तंज कसा कि आने वाले कुछ सप्ताह में राफेल विमान दूर तक और तेजी से उड़ेंगे तथा बंकर ध्वस्त करने वाली बम वर्षा करेंगे।
रवाना होने के बाद उन्होंने ट्वीट किया कि ॐ असतो मा सद्गमय। तमसो मा ज्योतिर्गमय। मृत्योर्मामृतम् गमय। ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति:॥
इससे पहले कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि भगवान भोले शंकर के अनन्य भक्त राहुल गांधी राष्ट्र के नवनिर्माण, देश और देशवासियों की खुशहाली तथा समृद्धि की कामना के साथ भगवान कैलासपति के दर्शन और उनका आशीर्वाद लेने के लिए कैलास मानसरोवर जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि गांधी ने कैलास मानसरोवर यात्रा का संकल्प उस समय लिया था जब गत अप्रेल में कर्नाटक जाते समय उनका विमान भीषण दुर्घटना से बाल-बाल बच गया था। इस संकट के टलने के बाद उन्होंने भगवान भोले शंकर को याद करते हुए संकल्प लिया था कि वह बाबा भोले के दर्शन के लिए कैलास मानसरोवर जाएंगे।
सुरजेवाला ने भारतीय जनता पार्टी से इस यात्रा में बाधक नहीं बनने का आग्रह किया और कहा कि यात्रा पर जाने वाले के प्रति आदर और श्रद्धा के भाव की परंपरा रही है और भाजपा को उसका निर्वहन करना चाहिए। भारतीय परंपरा में इस तरह की धार्मिक यात्रा के दौरान रोड़े अटकाना अच्छा नहीं माना गया है।
कांग्रेस अध्यक्ष के यात्रा के लिए रवाना होने पर भाजपा ने कहा कि कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि इस दौरान गांधी चीन में किस-किस से मिलने वाले हैं। पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि गांधी हर समय किसी न किसी बहाने चीन का नाम लेते हैं और अक्सर भारत की तुलना चीन से करते हैं।