नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए सोमवार को कहा कि वह लगातार बोलते रहते हैं और देश उनके भाषणों से तंग आ गया है लेकिन आम नागरिक अपनी पीड़ा से जुड़े जिन मुद्दों पर उनसे सुनना चाहता है उस पर वह खामोश रहते हैं।
गांधी ने पेट्रोल और डीजल की आसमान छूती कीमतों के विरोध में कांग्रेस के ‘भारत बंद’ के दौरान सोमवार को यहां रामलीला मैदान में आयोजित धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी शासन में देश को बांटने का काम हो रहा है और जनता से जुड़े सवालों का जवाब देने के लिए कोई तैयार नहीं है।
मोदी सरकार में किसान, गरीब, युवा, सब परेशान हैं और सिर्फ 15-20 बड़े उद्योगपति मित्रों को रास्ता दिखाया जा रहा है। परेशान किसान अगर बैंकों से कर्ज मांगता है तो उन्हें कर्ज नहीं दिया जाता लेकिन मोदी के चहेते एक उद्योगपति को आसानी से बैंकों से 45 हजार करोड़ रुपए का कर्ज मिल जाता है।
उन्होंने कहा कि सरकार में आने से पहले श्री मोदी ने पूरे देश में घूमते थे और कहते थे कि पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे हैं, लेकिन आज बेतहाशा बढ़ रही तेल की कीमतों पर वह एक शब्द नहीं कहते हैं। तब वह रुपए में गिरावट को लेकर सरकार पर तीखा हमला करते थे लेकिन आज डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार गिर रहा है और इतना नीचे चला गया है कि 70 साल में इससे पहले यह इतना कमजोर कभी नहीं रहा लेकिन मोदी इस पर एक भी शब्द बोलने के लिए तैयार नहीं हैं।
गांधी ने कहा कि मोदी किसी भी विषय पर कुछ नहीं बोलते हैं। संसद में जब राफेल विमान सौदे को लेकर सवाल किए जाते हैं, तो प्रधानमंत्री जवाब नहीं देते हैं। महिलाओं के साथ बलात्कार हाेता है और भारतीय जनता पार्टी विधायक उसमें शामिल होते हैं, तब भी प्रधानमंत्री कुछ नहीं कहते। उन्होंने आरोप लगाया कि जनता से जुड़े सवालों का जवाब देने की बजाय मोदी और उनकी सरकार देश को जाति, धर्म, क्षेत्र के नाम पर बांटने का काम कर रही है और उसकी इस नीति की वजह से जगह-जगह हिंसा हो रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 2014 में मोदी ने देश की जनता से कई वादे किए थे। वह जहां भी जाते थे, वहां कुछ न कुछ वादे करके आते थे और इसी को देखते हुए देश की जनता ने उन पर भरोसा किया और उन्हें प्रधानमंत्री पद सौंपा, लेकिन चार साल में साबित हो गया है कि उन्होंने देश की जनता के लिए कुछ नहीं किया और उनसे किया कोई भी वादा पूरा नहीं किया। पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के ऊंचे दामों ने लोगों के समक्ष संकट खड़ा कर दिया है। रसोई गैस का सिलेंडर तब 400 रुपए में मिल जाता था आज 800 रुपए में मिल रहा है।
सरकार की नीतियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने नोटबंदी किस वजह से की यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। प्रधानमंत्री ने नोटबंदी करके छोटे बिजनेस और छोटे दुकानदारों के कामकाज को खत्म कर दिया। वह आज तक नहीं बता पाए हैं कि नोटबंदी उन्होंने क्यों की थी।
वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का जिक्र करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जीएसटी एक सोच थी कि हिंदुस्तान को एक टैक्स दिया जाएगा लेकिन मोदी सरकार ने इसे गब्बर सिंह टैक्स बना दिया। इसमें पांच अलग-अलग टैक्स दे दिए। किसी भी छोटे दुकानदार से पूछिये गब्बर सिंह टैक्स ने उससे कितने पैसे लिए हैं। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने जीएसटी के मूल मकसद को बिगाड़ा है।
भारत बंद में विपक्षी दलों की एकता को उन्होंने किसानों, मजदूरों, कारोबारियों और युवाओं की पीड़ा की अभिव्यक्ति करार दिया और कहा कि यह देश के जनमानस की भावना का प्रदर्शन है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों की इस एकजुटता को देखते हुए वह देश की जनता को विश्वास दिलाते हैं कि मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों उसे जल्दी ही मुक्ति दिलाई जाएगी।