नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला करते हुए गुरुवार को कहा कि देश के प्रधानमंत्री भ्रष्टाचारी हैं और वह रक्षा सौदे में हुए भ्रष्टाचार में सीधे तौर पर लिप्त हैं इसलिए उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।
गांधी ने यहां पार्टी मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राफेल खरीद में बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है। संसद की संयुक्त समिति से इसकी जांच कराई जानी चाहिए। जांच से दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। इस में प्रधानमंत्री ने सीधे-सीधे भ्रष्टाचार किया है और उनकी भी जांच होनी चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि राफेल खरीद में जिस तरह से सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एचएएल से ठेका छीनकर कर उद्योगपति अनिल अम्बानी की कंपनी को यह काम दिया गया है उससे साफ है कि खुद को देश का चौकीदार बताने वाले मोदी ने अनिल अम्बानी के चौकीदार हैं। यह सीधा भ्रष्टाचार का मामला है और मोदी ने यह भ्रष्टाचार किया है इसलिए उन्हें इस बारे में जवाब देना चाहिए या फिर वह इस्तीफा दें।
गांधी ने कहा कि राफेल सौदे में हुए भ्रष्टाचार में प्रधानमंत्री शामिल हैं। इसके सीधे प्रमाण फ्रांस से मिल रहे हैं। पहले फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने कहा कि अनिल अम्बानी की कंपनी को काम देने के लिए भारत सरकार ने कहा था और अब खुद राफेल विमान बनाने वाली कंपनी यही बात कह रही है।
उन्होंने कहा कि राफेल विमान बनाने वाली फ्रांस की कंपनी दसॉल्ट के अांतरिक दस्तावेजों में उल्लेखित है कि भारत की तरफ से राफेल का काम एचएएल से हटाकर रिलायंस को देने के लिए कहा गया था। दसाल्ट के एक वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी ने इसी आधार पर साफ किया है कि रिलायंस को काम देने के लिए उन्हें भारत सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश में आज मुख्य मुद्दा भ्रष्टाचार है लेकिन प्रधानमंत्री इस पर कुछ नहीं बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं देश के युवाओं से कहना चाहता हूं कि हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री भ्रष्ट हैं, देश का युवा रोजगार खोज रहा है और हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री अनिल अंबानी की चौकीदारी कर रहे हैं।
अनिल अंबानी 45000 करोड़ रुपए के कर्जे में हैं। राफेल सौदा तय होने से 10 दिन पहले उन्होंने कंपनी खोली और प्रधानमंत्री ने हिंदुस्तान की जनता तथा वायु सेना का 30,000 करोड़ रुपए अनिल अंबानी की जेब में डाल दिए हैं।
गांधी ने कहा कि राफेल में भ्रष्टाचार हुआ है और यह भ्रष्टाचार प्रधानमंत्री ने किया है। यह बात अब किसी से छिपी हुई नहीं है। मोदी को इस बारे में जवाब देना चाहिए। यदि प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर जवाब नहीं दे पा रहे हैं तो उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण फ्रांस की यात्रा पर जा रही हैं। फ्रांस की कंपनी से हुए राफेल सौदे में भ्रष्टाचार को लेकर देश में सवाल उठाए जा रहे हैं और इसी बीच देश की रक्षा मंत्री फ्रांस की यात्रा पर जा रही हैं तो इससे संदेह पैदा होता है।
उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान की रक्षा मंत्री फ्रांस जा रही हैं। इससे साफ संदेश और क्या हो सकता है। प्रधानमंत्री से पूरा देश सवाल पूछ रहा है। किस आपात स्थिति के कारण वह फ्रांस जा रही हैं। इससे साफ स्थिति और क्या हो सकती है।
उन्होंने कहा कि मोदी को किसान की बदहाली की चिंता नहीं है। हिंदुस्तान के किसान दबे हुए हैं, कुचले हुए हैं लेकिन प्रधानमंत्री अनिल अम्बानी की चौकीदारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुल मैक्रों ने मुझसे कहा, मुझे विशेष रूप से बोला स्वीकृत आधार पर राफेल की कीमत नहीं लगायी गयी है।
कंपनी कहती है कि मुआवजा मांगा गया। शब्द देखिए मुआवजा। किस बात का मुआवजा। वहां का अधिकारी कहता है कि भारत के प्रधानमंत्री ने कहा है कि मुआवजे के बिना यह सौदा नहीं होगा।
गांधी ने कहा कि यह बात सबके सामने लानी जरूरी है कि हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री भ्रष्टाचारी हैं और राफेल सौदे में उन्होंने भ्रष्टाचार किया है। संसद में मामला उठाया गया है। जेपीसी से जांच कराने की मांग की गई लेकिन यह बात अब खत्म हो गई। एकदम साफ भ्रष्टाचार का मामला है। अब इधर उधर जा रहे हैं।