नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि उन्होंने साढ़े चार साल के दौरान किसानों का कर्ज माफ नहीं किया है जबकि उनकी पार्टी ने तीन राज्यों में सरकार गठित होने के छह घंटे के भीतर कर्ज माफ करके दिखाया है।
गांधी ने मंगलवार को संसद भवन परिसर में पत्रकारों से कहा कि मोदी सरकार ने सिर्फ चुनिंदा उद्योगपतियों का साढ़े तीन लाख करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया है जबकि किसान का एक रुपये का कर्ज भी माफ नहीं किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी किसानों का नहीं, सिर्फ चुनिंदा उद्योगपतियों का हित करते रहे हैं। इसलिए उन्होंने अनिल अम्बानी के 45,000 करोड़ रुपए तो माफ कर दिया, लेकिन किसानों पर ध्यान नहीं दिया।
तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत को उन्होंने किसान, मजदूर, छोटे दुकानदार और युवाओं की जीत करार दिया तथा कहा कि चुनावी सभाओं में उन्होंने अपनी पार्टी की सरकार के गठन के 10 दिन के भीतर किसानों का कर्ज माफ करने की बात की थी।
उनकी पार्टी को जहां जनादेश मिला वहाँ सरकार गठन के छह घंटे के भीतर कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार ने दो राज्यों में किसानों के कर्ज माफ करने की घोषणा कर दी और तीसरे राज्य में इस दिशा में तेजी से काम चल रहा है।
उन्होंने कहा कि देश की जनता ने मोदी को उम्मीद के साथ सत्ता सौंपी थी और उनके पास भी किसानों के हित में काम करने का विकल्प था। लेकिन, उन्होंने किसानों के लिए काम करने की बजाय राफेल के जरिये अनिल अम्बानी को फायदा पहुंचाने और नोटबंदी के जरिये दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला कर चोरी कराने का विकल्प चुना तथा किसानों को नजर अंदाज कर दिया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मोदी दो तरह के हिंदुस्तान बनाना चाहते हैं। एक हिंदुस्तान गरीब जनता, किसानों, छोटे दुकानदारों और बेरोजगारों का तथा दूसरा हिंदुस्तान 15-20 सबसे बड़े उद्योगपतियों का। उन्होंने पिछले साढ़े चार साल के दौरान जनता का पैसा लेकर इन्हीं 15-20 उद्योगपतियों की जेब में डाला है। हाल के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत गरीब जनता, किसानों, युवाओं, मजदूरों और छोटे दुकानदारों की जीत है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने राफेल सौदा कर देश की जनता का पैसा लुटाया है और एक उद्योगपति की जेब में डाला है। इस सौदे में बहुत बड़ा घोटाला हुआ है, लेकिन मोदी सरकार संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से इसकी जांच कराने को तैयार नहीं है। वह किसानों का एक रुपये का कर्ज भी माफ करने को तैयार नहीं है, लेकिन जनता का पैसा राफेल सौदे के जरिये 45,000 करोड़ रुपए के कर्जदार (अनिल अम्बानी) को देते हैं।
गांधी ने कहा कि राफेल सौदे और नोटबंदी के जरिये मोदी ने देश का पैसा लुटाया है। उन्होंने नोटबंदी को दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया और कहा कि मोदी सरकार ने पहले नोटबंदी के माध्यम से और फिर राफेल सौदे के जरिये देश की जनता का पैसा लुटवाया है।
यह पूछने पर कि आगामी लोकसभा चुनाव में किसानों का कर्ज माफी उनका चुनावी मुद्दा होगा या नहीं, गांधी ने सीधा जवाब देने की बजाय कहा कि उन्होंने विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान किसानों से जो वादे किए उन्हें महज छह घंटे में पूरा कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने भले ही किसानों पर ध्यान नहीं दिया हो, कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन किसानों के कर्ज माफी के लिए काम करेंगे और वह किसानों से वादा करते हैं कि उनकी पार्टी सरकार बनने पर उनका कर्ज माफ करेगी।