नयी दिल्ली । कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश के 100 से अधिक अर्थशास्त्रियों और समाजशास्त्रियों के सरकारी आंकड़ों पर संदेह व्यक्त करने संबंधी एक मीडिया रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रोजगार के आंकड़ों को सार्वजनिक होने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं।
गांधी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा है कि प्रधानमंत्री रोजगार की स्थिति को सार्वजनिक होने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने इस बारे में एक मीडिया रिपोर्ट भी पोस्ट की है जिसमें देश के 108 अर्थशास्त्रियों और समाजशास्त्रियों ने सरकारी आंकड़ों की विश्वसनीयता पर संदेह किया है। इन अर्थशास्त्रियों ने अपने साथी अर्थशास्त्रियों का आह्वान किया है कि चाहे उनकी विचारधारा कुछ भी हो लेकिन वे सत्ता में जो भी सरकार हो उस पर दबाव बनाये कि वह आंकड़ों को सार्वजनिक करे और सांख्यिकीय संगठनों की संस्थागत स्वतंत्रता और पवित्रता को पुन स्थापित करे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी चिदम्बरम ने भी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार पर निशाना साधते हुए टि्वट किया है, “ 108 जाने-माने शिक्षाविदों और विद्वानों ने बेरोजगारी के प्रतिकूल आंकड़ों को छिपाने के लिए मोदी सरकार की आलोचना की है। सरकार की संभावित प्रतिक्रिया- वे राष्ट्र दोही हैं। ”