जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह ने राहुल गांधी को विरोधीभासी प्रवृत्ति का बताते हुए कहा कि वह मुद्दे उठाकर उससे पलट जाते हैं।
सिंह ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि राहुल गांधी, प्रियंका गांधी हो या कांग्रेस के अन्य नेता सभी किसानों को गुमराह कर रहे हैं। आंदोलन की शुरुआत पंजाब से हुई, जिसे कांग्रेस का सीधा-सीधा समर्थन है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का सदैव ही दोगला चरित्र रहा है और कभी किसी बात को कहना फिर उसी बात से यू-टर्न करना, सदैव कांग्रेस का विरोधाभास रहा है।
सिंह ने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशभर में लाॅकडाउन की घोषणा की जिसके कारण कोरोना की महामारी से हम सब बच सके। पूरे विश्वभर के लोगों ने तारीफ की। तब राहुल गांधी ट्विटर पर लिखते थे कि मोदी जी बताइए कि लाॅकडाउन कब हटाएंगे।
7 मई को राहुल गांधी ने अपने ट्विटर हैण्डल से लिखा कि मोदीजी बताइए कि लाॅकडाउन कब हटाएंगे और उसी समय कांग्रेस की सरकार 30 मई को पंजाब के मुख्यमंत्री लाॅकडाउन की सीमा बढ़ा रहे हैं। सात अप्रैल को राजस्थान के मुख्यमंत्री बोलते हैं कि लाॅकडाउन को नहीं हटाएंगे। 29 अप्रैल को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कहते हैं कि और लॉक बढ़ा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सात अप्रैल को कह रहे थे कि लाॅकडाउन का समय और बढ़ाने की जरूरत है। उसी समय राहुल गांधी जी मोदी जी से ये पूछते हैं कि इसको कब हटाएंगे। इस प्रकार का आपस में विरोधाभास कांग्रेस पार्टी की प्रवृत्ति रही है।
उन्होंने कहा कि वैक्सीन की शुरूआत हुई तो दुनिया ने भारत के वैज्ञानिकों की तारीफ की। दो प्रकार की वैक्सीन भारत बायोट्रिक और सीरम के माध्यम से देश में लॉन्च हुई और विश्व के लोग भी प्रधानमंत्री मोदी का और वैज्ञानिकों की तारीफ कर रहे थे।
इससे पहले 23 दिसम्बर को गांधी पीएम मोदी से पूछते हैं कि चीन, रूस, अमरीका में वैक्सीन आ गई है, भारत में कब नम्बर आएगा, लेकिन तुरन्त वैक्सीन आ जाती है तो कांग्रेस के नेता शशि थरूर, जयराम रमेश, आनन्द शर्मा ये भारत की वैक्सीन पर प्रश्न चिन्ह लगाते हैं।
सिंह ने कहा कि वर्ष 2007 में तत्कालीन कृषि मंत्री शरद पंवार ने ही पत्र लिखकर कहा था कि एपीएमसी एक्ट में बदलाव करके एपीएमसी को स्वतंत्र छोड़ो। वर्ष 2019 में कांग्रेस के घोषणा पत्र में भी लिखा हुआ है कि कांग्रेस के शासन में, सत्ता में आने पर हम एपीएमसी को समाप्त करेंगे और फ्री मार्केट छोड़ेंगे। उसके बाद जब मोदी किसानों की आय दोगुना करने का एक संकल्प लेकर तीन कानून लाए तो ये लोग उसका विरोध कर रहे हैं।