बेंगलुरु। भारतीय जनता पार्टी के नेता और मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने जातीय हिंसा के विरोध में दिल्ली के राजघाट पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के उपवास को राजनीतिक नौटंकी करार दिया।
जावडेकर ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस नेता सिद्दारामैया के शासन काल के दौरान दलितों के विरुद्ध हुए अपराधों को भूल जाते हैं जिनमें दलित समुदाय के 358 लोग मारे गए तथा 9080 के विरुद्ध मामले दर्ज किए गए।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में दलितों की हत्या और अत्याचार विशेषकर महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ रही हैं। क्या इसलिए गांधी अनशन पर बैठे हुए हैं। कांग्रेस के कारण ही दलित समुदाय समेत सभी समुदायों में विभाजन कर राजशाही का शासन लाना चाहती है जबकि भाजपा विकास और लोकतंत्र की रक्षा को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
उन्होंने गांधी के उस दावे का भी उपहास उड़ाया कि जन विरोधी नीतियों के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाराणसी लोकसभा सीट पर हार होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता दिन में ही सपने देख रहे हैं अौर उन्हें नहीं भूलना चाहिए कि वर्ष 2014 के बाद भाजपा ने 12 राज्यों में चुनाव जीते हैं तथा इनमें से 10 राज्यों में कांग्रेस को सत्ताविहीन किया गया है। उन्होंने कहा कि हाल में हुए स्थानीय निकायों के चुनाव में कांग्रेस को मिली हार यदि संकेत है तो अमेठी में गांधी की बुरी पराजय होगी।
जावडेकर ने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार लिंगायत समुदाय में विभाजन कराकर इसका फायदा उठाना चाहती है ताकि भाजपा के मुख्यमंत्री उम्मीदवार बी एस येद्दयुरप्पा को रोका सत्तारूढ़ होने से रोका जा सके। सिद्दारामैया ने कार्यकाल पूरा होने से ऐन पहले लिंगायत समुदाय को अल्पसंख्यक का दर्जा देने का फैसला किया जबकि उनकी ही पार्टी की मनमोहन सरकार ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था।
जावडेकर ने कहा कि राज्य में सभी वर्ग भाजपा को वोट देकर इसकी सत्ता में वापसी सुनिश्चित करेंगे तथा समुदायों में विभाजन की नीति कांग्रेस पर ही भारी पड़ेगी।