नयी दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और उसकी प्रमुख ममता बनर्जी मोदी सरकार की लोकप्रियता से डर गयी हैं और इसीलिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की प्रस्तावित रैली में बार-बार रोड़े अटका रही है।
उल्लेखनीय है कि शाह माल्दा में मंगलवार को एक रैली करने वाले हैं। स्थानीय प्रशासन ने रैली स्थल के निकटस्थ हवाई अड्डे पर मरम्मत कार्य जारी होने का हवाला देते हुये शाह के हेलिकॉप्टर को वहाँ उतरने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने यहाँ पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुये कहा “त्रिपुरा में जिस प्रकार भाजपा का वर्चस्व बढ़ा है …ममता दीदी को पश्चिम बंगाल में भी उसी प्रकार का चित्र उभरता हुआ दिख रहा है। यह साफ दिख रहा है कि ममता दीदी डर गयी हैं। उनकी सरकार श्री अमित शाह की रैली में रोड़े अटकाने, अड़चनें डालने के प्रयास में जुट गयी हैं।”
केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि रैली में अड़चने डालने के एक और प्रयास के तहत राज्य सरकार ने माल्दा में मंगलवार को होने वाली शाह की रैली के लिए उनके हेलिकॉप्टर को उतरने की अनुमति नहीं दी है। उन्होंने कहा कि माल्दा में रैली स्थल के पास ही हवाई अड्डा है जहाँ हेलिकॉप्टर उतर सकता है।
लेकिन, प्रशासन ने यह कहकर हेलिकॉप्टर उतारने की अनुमति देने से मना कर दिया कि हवाई अड्डे पर मरम्मत कार्य चल रहा है, जबकि एक टीवी चैनल की वेबसाइट पर पोस्ट की गयी तस्वीरों से स्पष्ट है कि हवाई अड्डे के हेलिपैड पर किसी प्रकार का व्यवधान नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल सरकार ने पिछले दिनों भारतीय जनता युवा मोर्चा को बाइक रैली निकालने की भी अनुमति नहीं दी थी।
गोयल ने पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था ध्वस्त होने का आरोप लगाते हुये शनिवार को तृणमूल की रैली में मंच साझा करने वाले विपक्षी दलों पर निशाना साधा और उनसे अपना पक्ष स्पष्ट करने की माँग की। उन्होंने कहा कि तृणमूल और ममता दीदी का यह डर स्पष्ट है। दिन-दहाड़े राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या हो रही है। पंचायत चुनाव के दौरान भाजपा के 36 कार्यकर्ताओं की हत्या हुई थी, 1300 लोग घायल हुये थे और कुल 80 राजनीतिक हत्यायें हुई थीं।
उन्होंने कहा “सात साल का तृणमूल का शासन दर्शाता है कि राज्य में कानून-व्यवस्था काबू से बाहर है। सरकार बंदूक और डंडों के जोर पर शासन चलाने की आदि हो चुकी है। जो मित्र दल तृणमूल की रैली में शामिल हुये थे, मैं उनसे पूछना चाहता हूँ कि उन्हें राज्य में राजनीतिक मूल्य ध्वस्त होने पर क्या कहना है, कांग्रेस को इस पर क्या कहना है।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यदि किसी भाजपा शासित राज्य में किसी पार्टी के बड़े नेता को रैली की अनुमति नहीं दी जाती तो भाजपा पर असहिष्णु होने का आरोप लगाया जाता है। उन्होंने कहा “आज पश्चिम बंगाल की जनता राज्य सरकार से दु:खी है। उन्होंने लोकसभा में भाजपा को ताकत देने का मन बना लिया है। वहाँ कानून-व्यवस्था विफल हो चुकी है और चुनाव में राज्य सरकार को जनता को इसका हिसाब देना होगा।”