अजमेर। आल इंडिया रेलवेमैन्स फेडरेशन के आव्हान पर नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन के तत्वावधान में मंडल रेल प्रबन्धक कार्यालय अजमेर पर सोमवार को विरोघ प्रदर्शन किया गया।
इस मौके पर यूनियन के मंडल अध्यक्ष मोहन चेलानी और मंडल सचिव अरूण गुप्ता ने कहा कि बोनस रेल कर्मचारियों का उत्पादकता के आधार पर मिलता है, यह दिवाली गिफ्ट नहीं है। भारत सरकार ने समय पर भुगतान की घोषणा नहीं की तो 22 अक्टूबर को देशभर में कर्मचारी रेल का चक्का जाम करेंगे।
यूनियन के मंडल अध्यक्ष मोहन चेलानी ने कहा कि रेल कर्मचारियों ने दो दिन का वेतन प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए स्वेच्छा से दिया। देशभर में प्रधान मंत्री केयर फण्ड में 147 करोड रूपए का सर्वाधिक योगदान 93 प्रतिशत रेल कर्मचारियों ने ही किया है।
इसके बावजूद भारत सरकार ने महंगाई भत्ता फ्रिज करके, रात्रि डयूटी भत्ते एवं अन्य भत्तों पर रोक लगाकर प्रत्येक रेल कर्मचारी को लाखों रूपए का आर्थिक नुकसान पहुंचाया है। इसे यूनियन बर्दाश्त नहीँ करेगी।
यूनियन के मंडल सचिव गुप्ता ने कहा कि लॉकडाउन अवधि में भी कर्मचारियों ने रेल गाडियों का संचालन किया, जिसे स्वयं प्रधानमंत्री और रेल मंत्री ने सराहा है। कोविड-19 अवधि में भी रेलवे ने 18 प्रतिशत अधिक माल ढुलाई की है। यह बोनस गत वित्तीय वर्ष 2019-20 की अवधि का है। इसलिए उत्पादक/माल ढुलाई के आधार पर देय बोनस रेल कर्मचारियों का हक है और यूनियन अन्तिम प्रयास तक इसके लिए संघर्ष करने को कटिबद्ध है।
प्रदर्शन को विपुल सक्सेना, एनएल मीना, राजीव शर्मा, जयसिंह कुलेहरी, सारिका जैन, राजीव सैन, राकेश लाल, महेश परमार, सतीश गोयर ने सम्बोधित करते हुए कहा कि यूनियन ने 1974 में राष्ट्रव्यापी हडताल करके बोनस की मांग सरकार से पाई थी। इसके लिए केवल और केवल आंल इंडिया रेलवे मैन्स फैडरेशन/नोंर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन ने ही संघर्ष किया था। उत्पादकता के आचार पर बोनस रेत कर्मचारियों के वेतन का ही हिस्सा है, इसके भुगतान में कटौति या देरी रेल कर्मचारी स्वीकार नहीं करेंगे।
प्रदर्शन में रमेश निम्बोडिया, राजकूमार, केके वर्मा, संजय चतुर्वेदी, अखिलेश चारण, संजीव अरोडा, श्याम सिंह. नेहा गुर्जर, पारूल माथुर सहित अनेक कर्मचारियों ने भाग लिया। इसी संदर्भ ने 20 अक्टूबर को देशभर के रेल कर्मचारी बोनस दिवस का आयोजन करके विरोध प्रदर्शन करेंगे।
लोको कारखाने में प्रदर्शन
केंद्र सरकार की ओर से इस बार रेलवे कर्मचारियों के लिए बोनस की घोषणा नहीं करने पर रेलवे कर्मचारियों ने नाराजगी जताते हुए विरोध प्रदर्शन किया। रेलवे संगठन यूपीआरएमएस के सदस्यों ने आज लोको कारखाने पर प्रदर्शन करते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। रेलवे कर्मचारियों ने कहा कि दशहरे से पहले हमेशा केंद्र सरकार की ओर से बोनस की घोषणा हो जाती है लेकिन इस बार सरकार बोनस की घोषणा नहीं कर रही है जो रेलवे कर्मचारियों के साथ कुठाराघात है। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार 21 तारीख तक बोनस की घोषणा नहीं करती है तो आगे की आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।