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800 करोड़ यात्रियों की आकांक्षाएं पूरी करेगी रेलवे : अश्विनी वैष्णव - Sabguru News
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800 करोड़ यात्रियों की आकांक्षाएं पूरी करेगी रेलवे : अश्विनी वैष्णव

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800 करोड़ यात्रियों की आकांक्षाएं पूरी करेगी रेलवे : अश्विनी वैष्णव

नई दिल्ली। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज कहा कि आम बजट में रेलवे को कई वर्षों बाद वांछित निवेश प्राप्त हुआ है और इससे 800 करोड़ यात्रियों की आकांक्षाओं को पूरा किया जाएगा।

वैष्णव ने बजट में रेलवे, संचार सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालयों के आवंटन का विवरण साझा करने के लिए रेल भवन में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रेलवे के लिए पूंजीगत व्यय के लिए इतनी बड़ी राशि के आवंटन के लिए वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आभारी हैं। कई वर्षों से निवेश की जरूरताें को पूरा किया जाएगा। दो लाख 41 हजार करोड़ रुपए के आवंटन से देश के रेल की यात्रा करने वाले आठ सौ करोड़ यात्रियों की आकांक्षाओं को पूरा किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि रेलवे को अगले वित्त वर्ष में पूरा फोकस प्रदूषण रहित परिवहन, ढांचागत विस्तार, यात्री सुविधाओं पर होगा। चूंकि यात्रियों को सबसे पहले स्टेशन से वास्ता पड़ता है। इसलिए रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की अमृतभारत स्टेशन योजना ला रही है जिसके तहत 1275 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा। ये स्टेशन बड़े शहरों से लेकर छोटे शहर तक होंगे।

उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेन के उत्पादन काे बहुत तेजी से बढ़ाया जाएगा। महाराष्ट्र में लातूर, हरियाणा में सोनीपत और उत्तर प्रदेश में रायबरेली की कार्यशालाओं में ये गाड़ी बनायी जाएगी। उन्होंने कहा कि वंदे भारत की तकनीक को अब स्थायित्व आ गया है। आठ वंदे भारत गाड़ियों ने अब तक पृथ्वी की 52 परिक्रमाओं के बराबर दूरी की यात्रा कर ली है। इस समय चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्टरी में सात दिनों में एक वंदे भारत ट्रेन बन रही है। हमारा लक्ष्य है कि रोज़ दो से तीन वंदे भारत गाड़ियां बनें।

उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि वंदे भारत ट्रेन दरअसल वंदे मेट्रो की तर्ज पर चलें। एक विश्व स्तरीय शटल सेवा जैसे छोटी जगहों के लोग वंदे भारत ट्रेन से बड़े शहर दिन में जाएं और अपना काम करके शाम को वापस घर आ जाएं। हमारा लक्ष्य है कि देश में हर 50-60 किलोमीटर के दायरे में एक वंदे भारत ट्रेन का स्टापेज हो जाए। देश का कोई कोना वंदे भारत ट्रेन से ना छूटे।

उन्होंने कहा कि रेलवे को बंदरगाहों एवं मालवहन के गलियारों के साथ साथ सामाजिक विकास के मार्गाें को भी सुदृढ़ करना है। ऊर्जा कॉरीडोर, सागरमाला कॉरीडोर, जनजातीय गौरव कॉरीडोर, सीमेंट कॉरीडोर, कोल कॉरीडोर आदि विकसित किये जाएंगे जिससे देश के सामाजिक एवं आर्थिक दोनों प्रकार के विकास को गति मिले।

उन्होंने कहा कि देश में 2014 के पहले प्रतिदिन चार किलोमीटर प्रतिदिन की गति से रेलवे लाइन बिछायी जा रहीं थीं। आज यह गति 12 किलोमीटर प्रतिदिन की है जिसे अगले साल 16 किलोमीटर प्रतिदिन तक ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि रेल मंत्रालय ने सबसे पहले गतिशक्ति निदेशालय स्थापित किया है जिससे बड़ी परियोजनाओं को एक से डेढ़ माह के भीतर और छोटी परियोजनाओं को चंद दिनों में भी स्वीकृति मिलने लगी है। इससे काम की रफ्तार बढ़ी है।

वैष्णव ने कहा कि बुलेट ट्रेन परियाेजना में भी तेज गति से प्रगति हो रही है। महाराष्ट्र में नयी सरकार के आने से उस राज्य में भी अटके हुए काम में तेजी आयी है। इस साल यह गति और बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि इस बजट में पर्यटन पर भी फोकस किया गया है। भारत गौरव ट्रेन के इस वर्ष पांच छह सर्किट और जोड़े जाएंगे।

रेल मंत्री ने कहा कि विश्व की मौजूदा परिस्थितियों में आया आज का बजट भारत को विश्व की प्रगति का इंजन बनाएगा। पूरी दुनिया भारत को आशा की दृष्टि से देख रही है। उन्होंने कहा कि आज के बजट में समाज के हर वर्ग का ध्यान रखा गया है। वित्त मंत्री ने सही कहा है -वंचितों को वरीयता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विज़न है कि समाज के हर वर्ग के जीवन में परिवर्तन आए।

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