श्रीगंगानगर। राजस्थान में हो रहे स्थानीय निकाय चुनाव में श्रीगंगानगर नगर परिषद में किसी भी राजनीतिक दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिल पाया है।
श्रीगंगानगर में सभी 65 वार्डों के नतीजे आ गए हैं। इन नतीजों के अनुसार भाजपा को 24 और कांग्रेस को 19 वार्डों में जीत हासिल हुई है जबकि 22 में निर्दलीयों को कामयाबी मिली है।
अध्यक्ष के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के वरिष्ठ नेताओं ने जोड़-तोड़ शुरू कर दी है। इन दोनों दलों के उम्मीदवारों की पहले से ही बाड़ेबंदी कर ली गई थी। भाजपा के सभी उम्मीदवारों को हरियाणा के सिरसा जिले में एक मैरिज पैलेस होटल में रखा हुआ है।
नगर परिषद में भाजपा का बोर्ड बनाने के लिए वरिष्ठ नेता प्रल्हाद गुंजल ने पर्यवेक्षक के रूप में कमान संभाली हुई है। भाजपा की ओर से अध्यक्ष पद की प्रबल दावेदार बबीता गौड़ तथा नीलू दावड़ा हैं।
दूसरी तरफ कांग्रेस के 19 प्रत्याशी विजयी हुई है जबकि नौ निर्दलियों के समर्थन होने का कांग्रेसी नेता दावा कर रहे हैं। लिहाजा कांग्रेस के नेता दावा कर रहे हैं कि उनके पाले में 28 पार्षद हैं। बहुमत का आंकड़ा हासिल करने के लिए उन्हें पांच पार्षदों की दरकार है।
कांग्रेस की तरफ से चेयरपर्सन की प्रबल दावेदार करुणा चांडक हैं जो कि निवर्तमान सभापति अजय चांडक की भाभी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक चांडक की धर्मपत्नी हैं। इसके अलावा कांग्रेस में अन्य दावेदारों में महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष कमला बिश्नोई भी हैं जो कि ओबीसी वर्ग से आती हैं।
कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री और महिला कांग्रेस की पूर्व जिला अध्यक्ष नमिता सेठी चुनाव हार गई हैं। इस चुनाव में कांग्रेस के कई प्रमुख पार्षदों और नेताओं को झटका लगा है। कांग्रेस के मजबूत माने जाने वाले प्रत्याशी जगदीश झोरड़, हीरालाल गोदारा, रवि नागपाल, खेतपाल झटवाल और सुनीता इंदौरा चुनाव हार गई हैं।
भाजपा में वरिष्ठ पार्षद अशोक मुंजराल जहां इस बार भी सफल हुए हैं,वही लगातार जीतते आ रहे अशोक मीठिया को हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा पार्षद रामगोपाल यादव दोबारा चुनाव जीते हैं तो इस बार उनके पुत्र अमित यादव ने भी जीत का वरण किया है। कांग्रेस के पार्षदों की रायसिंहनगर के एक मैरिज पैलेस में बाड़ेबंदी की जा रही है।